देश में आज रमजान का चांद नजर आ गया है, जिसके बाद यह पाक महीना शुरू हो रहा है। इसके साथ ही 3 अप्रैल से रोजा की भी शुरुआत हो जाएगी। यानी रविवार (3 अप्रैल) को देश में पहला रोजा रखा जाएगा। कोविड के कारण बीते दो साल में रजमान का पाक महीना कई तरह की बंदिशों के बीच बीता। इस बार कोविड के मामलों में कमी के बीच लोगों को बेहतरी की उम्मीद है। इस्लामी कैलेंडर के हिसाब से रमजान नौवां महीना होता है, जब लोग अल्लाह की इबादत करते हैं और सुबह से शाम तक बिना कुछ खाए-पिए रोजा रखते हैं।
रमजान के पाक महीने में रोजा के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग दिन में पांच बार नमाज पढ़ते हैं। फज्र की नमाज (सुबह की नमाज) से लेकर इशा (रात की नमाज) की नमाज तक वे दिनभर में कुल मिलाकर पांच बार नमाज पढ़ते हैं। इस दौरान लोगों को अपने भीतर ईर्ष्या, द्वेष, लड़ाई-झगड़े, गुस्सा, झूठ, गाली-गलौच जैसी नकारात्मकताओं को त्याग देना होता है। साथ ही उन्हें स्मोकिंग और शराब से परहेज को भी कहा जाता है।
रजमान के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में सहरी और इफ्तार का वक्त अलग-अलग है। दिल्ली में पहले दिन जहां सहरी का वक्त सुबह 4 बजकर 48 मिनट पर होगा, वहीं इफ्तार का समय शाम 6 बजकर 43 मिनट पर होगा। मुंबई में सहरी का वक्त सुबह 5 बजकर 52 मिनट है तो इफ्तार शाम 6 बजकर 52 मिनट होगा। कोलकाता में सहरी 4 बजकर 17 मिनट पर और इफ्तार शाम 5 बजकर 51 मिनट पर है। हैदराबाद में सहरी सुबह 5 बजकर 1 मिनट पर तो इफ्तार 6 बजकर 30 मिनट पर है।