- रात्रि में करें मां काली जी की विधिवत पूजा।
- बजरंगबाण का पाठ करने से भी मिलेगा अनन्त पुण्य।
- जानिए दिन की ग्रह स्थितियां और पंचांग से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
14 अगस्त 2021 का पंचांग: आज श्रावण माह शुक्ल पक्ष की खष्ठी है फिर11:50 am के बाद सप्तमी है। आज चित्रा नक्षत्र है। आज भगवान शिव जी की उपासना के साथ माता दुर्गा जी की पूजा भी करें। शनिवार का व्रत रहें। दान पुण्य करें। आज उड़द दान का बहुत महत्व है। रात्रि में माता काली जी की विधिवत पूजा करें व भैरो स्तोत्र का पाठ करें। आज बजरंगबाण के पाठ करने का अनन्त पुण्य है। आज शनिवार है। आज बुध व शनि के बीज मंत्र के जप का दिवस है।
प्रातःकाल पञ्चाङ्ग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
आज का पंचांग 14 अगस्त 2021 (Today Panchang):
दिनांक | 14 अगस्त 2021 |
दिवस | शनिवार |
माह | श्रावण, शुक्ल पक्ष |
तिथि | खष्ठी 11:50 am तक फिर सप्तमी |
सूर्योदय | 05:54 am |
सूर्यास्त | 06:56 pm |
नक्षत्र | चित्रा 06:55 am तक फिर स्वाती |
सूर्य राशि | कर्क |
चन्द्र राशि | तुला |
करण | तैतिल 11:51 am तक फिर गर |
योग | शुभ 11:14 am तक फिर शुक्ल |
शुभ मुहूर्त- अभिजीत | 11:59 am से 12:53 pm तक |
विजय मुहूर्त | 02:47 pm से 03:39 pm तक |
गोधुली मुहूर्त | 07:09 pm से 07:28 pm तक |
आज राहुकाल- प्रातःकाल 09 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा। जीवन का कोई भी मंगल कार्य इस समय के दौरान नहीं करना चाहिए।