- श्री रामचरितमानस का पाठ करें।
- गायत्री मंत्र के जप का आज बहुत महत्व है।
- भगवान शिव को दुग्ध,गंगाजल व शहद से रुद्राभिषेक करें ।
17 April 2022 Ka Panchang: आज चैत्र माह कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा है।चित्रा नक्षत्र है।आज रविवार का पावन व्रत है। भगवान विष्णु जी की उपासना के साथ सूर्य देवता जी की पूजा भी करें। आज श्री आदित्यहृदयस्तोत्र के 03 बार पाठ करने का बहुत सुंदर फल प्राप्त होता है। मंदिर में विष्णु जी का दर्शन करें। श्री रामचरितमानस का पाठ करें।गायत्री मंत्र के जप का आज बहुत महत्व है। प्रातःकाल सूर्य को जल दें व शिवपूजा के लिए मंदिर में भगवान शिव को दुग्ध,गंगाजल व शहद से रुद्राभिषेक करें व उनको बेल पत्र अर्पित करें।आज रुद्राभिषेक का बहुत ही सुंदर दिन व तिथि है।
दुर्गा जी की स्तुति भी करें।आज दान का बहुत महत्व व पुण्य है।आज पुण्य संचय करने का महान दिवस है।आज गो माता को गुड़ व का अनन्त पुण्य है।प्रातःकाल पञ्चाङ्ग का दर्शन ,अध्ययन व मनन आवश्यक है।शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है।इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं।विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है।राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
आज का पंचांग 17 अप्रैल 2022 (Today Panchang)
दिनांक | 17 अप्रैल 2022 |
दिवस | रविवार |
माह | चैत्र,कृष्ण पक्ष |
तिथि | प्रतिपदा |
सूर्योदय |
06:05am |
सूर्यास्त | 06:41pm |
नक्षत्र | चित्रा |
सूर्य राशि | मेष |
चन्द्र राशि | तुला |
करण | बालव |
योग |
वणिज |
अभिजीत मुहूर्त | 11:59am से 12:44 pm तक। |
विजय मुहूर्त | 02:29pm से 03:25 pm तक |
गोधुली मुहूर्त | 06:09pm से 06:15pm तक |
राहुकाल का समय सायंकाल 04:30 बजे से 06 बजे तक है। इस दौरान शुभ काम को करने से परहेज करें।