लाइव टीवी

Astro Tips: काली बिल्ली का रास्ता काटना क्यों होता है अशुभ, क्‍या सच में बिगड़ जाते हैं बनते काम 

Updated Sep 25, 2019 | 08:18 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

बिल्ली का बीच रास्ते में आ जाना हमेशा से अशुभ माना जाता है। वास्तव में यह यह धारणा पुराने समय से ही चली आ रही है। मगर इसके पीछे क्‍या सच्‍चाई है, जानें यहां...

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspGetty Images
Black Cat
मुख्य बातें
  • तंत्र मंत्र की साधना में बिल्लियों को काली शक्ति का प्रतीक माना जाता है
  • घर में पालतू जानवर के रूप में बिल्ली पालने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है
  • बिल्ली का बीच रास्ते में आ जाना हमेशा से अशुभ माना जाता है

आमतौर पर घर से निकलते ही बिल्ली का बीच रास्ते में आ जाना हमेशा से अशुभ माना जाता है। वास्तव में यह यह धारणा पुराने समय से ही चली आ रही है। आज के आधुनिक समय में भी जब बिल्ली अचानक रास्ता काट देती है तो लोग उस रास्ते से गुजरने से पहले वहां थूकते हैं, बिल्ली के आगे चप्पल या जूते फेंकते हैं या फिर ईश्वर का नाम लेकर कुछ टोटके करते हुए आगे बढ़ते हैं।

लेकिन क्या आपको मालूम है कि बिल्लियों से जुड़ी और भी चीजें काफी अशुभ मानी जाती हैं। आइये जानते हैं बिल्लियों से जुड़े कुछ अशुभ संकेतों के बारे में।

बिल्लियों से जुड़े अपशकुन

  • तंत्र मंत्र की साधना में बिल्लियों को काली शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसका अर्थ यह है कि अगर आपके घर में बिल्ली बार बार आती है तो घर के सदस्यों की सेहत खराब हो सकती है।
  • घर में पालतू जानवर के रूप में बिल्ली पालने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है और कोई काम सिद्ध नहीं होता है।
  • यदि आपके घर में अचानक से बिल्लियों का आना बढ़ गया हो तो इसका अर्थ यह है कि कोई अनहोनी होने वाली है।
  • अगर आप सोये हुए हैं और बिल्ली आपका सिर चाटने लगे तो आपको कारोबार या नौकरी में हानि होने वाली है। यदि बिल्ली आपका पैर चाटे या फिर अचानक आपके शरीर पर कूद जाए तो यह आपके बीमार होने का संकेत है।
  • जब आप घर से निकलकर कहीं जा रहे हों और बिल्ली आपका रास्ता काट दे तो इसका अर्थ यह है कि आपका काम बिगड़ने वाला है।
  • यदि घर में बिल्ली के रोने की आवाज सुनायी दे तो इसका अर्थ यह है कि कोई अशुभ समाचार मिलने वाला है।
  • यदि बिल्ली घर में रखा दूध पी जाए या भोजन जूठा कर दे तो इसका अर्थ यह है कि आर्थिक परेशानी आने वाली है।

बिल्लियों को क्यों माना जाता है अशुभ
मान्यता है कि प्राचीन मिस्र में देवी बास्तेट के साथ मोगीज प्रजाति की एक बिल्ली को चित्रित किया जाता था। वास्तव में देवी बास्तेट की पूजा चुड़ैलों, दानवों और शैतानों के प्रकोप से बचने के लिए की जाती थी, इसलिए उनके साथ ही बिल्ली की भी पूजा की जाने लगी। बाद में अमेरिका में बसने वाले कई तीर्थयात्री काली बिल्लियों को राक्षसों का प्रतीक मानने लगे, तभी से बिल्लियों को अपशकुन के तौर पर देखा जाने लगा।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल