लाइव टीवी

Mahashivratri 2022: भोलेनाथ की मूर्ती स्थापित करने के वास्‍तु न‍ियम, छोटी सी गलती कर देगी श‍िवजी को रुष्‍ट

Updated Feb 28, 2022 | 10:48 IST

Shiv Ji Murti rakhne ke niyam (भोलेनाथ की मूर्ती स्थापित करने के वास्‍तु न‍ियम, घर पर श‍िव जी की मूर्ति कहां और कैसे रखें): शिव जी को संहार का देवता भी कहा जाता है, जो अपने सौम्य और रौद्र रूप के लिए विख्यात हैं। घर में भगवान शिव की मूर्ती या तस्वीर गलत दिशा या गलत तरीके से ना लगाएं।

Loading ...
शिव परिवार की फोटो के वास्तु टिप्स (Pic: iStock)
मुख्य बातें
  • इस बार महाशिवरात्रि 01 मार्च 2022, मंगलवार को है।
  • इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का हुआ था विवाह।
  • घर में भूलकर भी भोलेनाथ की नटराज वाली मूर्ती ना करें स्थापित, विनाश का होता है प्रतीक।

Shiv Ji Murti rakhne ke niyam: सनातन धर्म में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था, भोलेनाथ ने वैराग्य जीवन त्यागकर गृहस्थ जीवन अपनाया था। महाशिवरात्रि के दिन आदि देव महादेव और माता पार्वती की विधिवत पूजा अर्चना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाता है। इस बार महाशिवरात्रि 01 मार्च 2022, मंगलवार को है। इस दिन विधिवत भोलेनाथ की मूर्ती स्थापित करने का भी विशेष महत्व है।

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में देवी देवता की मूर्ति स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मकता का नाश होता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जिस घर भोलेनाथ की मूर्ती स्थापित होती है, उस घर में सुख समृद्धि बनी रहती है तथा जीवन में आने वाले संकट का नाश होता है। शिव जी को संहार का देवता भी कहा जाता है, जो अपने सौम्य और रौद्र रूप के लिए विख्यात हैं। इसलिए घर में कभी भी भगवान शिव की मूर्ती या तस्वीर गलत दिशा या गलत तरीके से ना लगाएं, साथ ही मूर्ती स्थापित करते समय इन बातों का ध्यान रखें। आपकी छोटी सी गलती आपके लिए संकट का कारण बन सकती है।

इस दिशा में स्थापित करें भोलेनाथ की मूर्ती

आपको बता दें भगवान शिव का निवास स्थान कैलाश पर्वत पर है, जो कि उत्तर दिशा में है। इसलिए ध्यान रखें कि भोलेनाथ की मूर्ती उत्तर दिशा में स्थापित करें। साथ ही भगवान शिव की क्रोध मुद्रा वाली प्रतिमा स्थापित नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसे विनाश का प्रतीक माना जाता है।

शिव चालीसा संपूर्ण ल‍िख‍ित- जय जय गिरिजा पति दीन दयाला ल‍िर‍िक्‍स ह‍िंदी में

रखें साफ सफाई

ध्यान रहे जहां भगवान शिव की फोटो लगी हो वो जगह एकदम साफ होनी चाहिए। अन्यथा वास्तुशास्त्र के अनुसार इससे घर के दोष बढ़ते हैं और धन हानि हो सकती है।

शिव परिवार की लगाएं तस्वीर

वास्तुशास्त्र के अनुसार शिव परिवार की तस्वीर घर में लगाना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे परिवार के सदस्यों में आपसी मेल मिलाप बना रहता है। इससे घर में क्लेश नहीं होता और घर के बच्चे माता पिता के प्रति आज्ञाकारी होते हैं।

इस जगह पर भगवान शिव ने दिए थे द्रोणाचार्य को दर्शन, मंदिर के शिवलिंग पर लगातार गिरता है पानी

घर के सामने लगाएं भोलेनाथ की तस्वीर

शास्त्रों के अनुसार घर के उत्तर दिशा में यानी सामने ही भोलेनाथ की तस्वीर होनी चाहिए, जहां घर में आने जाने वाले सभी लोग भगवान शिव के दर्शन कर सकें।

नंदी पर हों विराजमान

वास्तुशास्त्र के मुताबिक घर में ऐसी तस्वीर लगाना चाहिए जिसमें भोलेनाथ और मां पार्वती एक साथ नंदी पर विराजमान हों। कहा जाता है कि ऐसी तस्वीर लगाने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। तथा ध्यान मुद्रा में भगवान शिव की तस्वीर लगाने से घर का वातावरण शांत रहता है। जिस तस्वीर में भगवान शिव हाथ में त्रिशूल और डमरू धारण किए हुए नंदी पर बैठे होते हैं उसे शुभ माना जाता है।

नटराज वाली मूर्ती ना लगाएं

बता दें तांडव विनाश का प्रतीक है, जो कि घर में नकारात्मक ऊर्जा लाने का कार्य करती है। इसलिए घर में नटराज वाली मूर्ती भूलकर भी ना लगानी चाहिए। साथ ही घर ऑफिस या मंदिर में भूलकर भी भोलेनाथ की खड़े हुए मुद्रा में तस्वीर ना लगाएं।

डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्‍स नाउ नवभारत इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल