चैत्र माह के शुक्ल पक्ष में नवरात्रि का प्रारंभ होता है। दूसरा नवरात्रि मां दुर्गा के रुप माता ब्रह्मचारिणी का होता है। माता ब्रह्मचारिणी का पूजन करने से व्यक्ति को सभी कार्यों में विजय प्राप्त होती है। माता दुष्टों का विनाष करती हैं। मां दुर्गा का यह रुप उस देवी का है, जो भगवान शिव को अपने पति के स्वरुप में पाने के लिए कठोर तपस्या करती हैं। इस तप के कारण ही उनका नाम ब्रह्मचारिणी पड़ता है। माता ब्रह्मचारिणी का रुप बहुत ही सरल माना जाता है। उनके पूजन से भक्तों को दुखों का सामना नहीं करना पड़ता है। माता का दूसरे नवरात्र वाले दिन कथा का पाठ करना लाभदायक माना जाता है। ब्रह्मचारिणी माता की आरती का वीडियो यहां देख सकते हैं।