- लक्ष्मी पूजा से दो दिन पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाता है
- धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति लेने का भी रिवाज है
- धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी की मूर्ति लेने से पहले कई बातों का ध्यान रखना चाहिए
लक्ष्मी पूजा से दो दिन पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। ऐसे में नई चीजों को खरीदना लक्ष्मी के स्वागत के तौर पर देखा जाता है। धनतेरस पर लोग कुबेर भगवान की भी पूजा करते हैं। धनतेरस के दिन ही भगवान धनवंतरि का जन्म समुद्र मंथन के दौरान हुआ था और हाथ में वह अपने साथ अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे। इस वजह से धनतेरस के दिन बर्तन और आभूषण की खरीदारी करना शुभ माना जाता है।
धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति लेने का भी रिवाज है क्योंकि दीपावली के दिन इन्हीं मूर्तियों की पूजा की जाती है। धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी की मूर्ति लेने से पहले कई बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे आपके घर में पैसा सालों साल टिका रहे। आइये जानते हैं मां लक्ष्मी की मूर्ति लेने से पहले किन गलतियों को करने से बचना चाहिये...
धनतेरस पर ला रहे हैं लक्ष्मी जी की मूर्ति तो रखें इन बातों का ध्यान
- धनतेरस के दिन कभी भी मां लक्ष्मी की खड़ी मुद्रा में मूर्ति नहीं खरीदनी चाहिये। यह मूर्ति हमेशा बैठी हुई मुद्रा में होनी चाहिये।
- कई तस्वीर में मां लक्ष्मी के हाथों से सिक्के जमीन पर गिर रहे होते हैं। इस तरह की तस्वीर या मूर्ति को लेने से बचना चाहिये। सिक्के अगर किसी पात्र में गिर रहे हों तो ही वह मूर्ति लें।
- घर में कभी भी अकेली मां लक्ष्मी का चित्र नहीं लगाना चाहिए। उन्हें हमेशा गणेश या फिर सरस्वती के साथ ही पूजना चाहिए। ऐसा करने से मनुष्य के जीवन में धन और विद्या एक साथ आते हैं और उसका कल्याण होता है।
- माता लक्ष्मी का स्वरूप हमेशा मुस्कुराते हुए होना चाहिए। यदि वह किसी चित्र या मूर्ति में गुस्सैल रूप में चित्रित की गई हैं तो ऐसी तस्वीर ना लें। ऐसा करने से घर में नकारात्मकता भरती है और कलह होता है।
- घर में हमेशा ऐसी लक्ष्मी जी की मूर्ति या चित्र लाएं जिसमें उनके साथ गणेश जी भी हों। गणेश जी हमेशा लक्ष्मी जी के दाहिने हों। यदि चित्र में विष्णु जी हैं तो वह लक्ष्मी जी के बाएं होने चाहिए।
इस दिन यदि आप सोने या चांदी की लक्ष्मी मूर्ति नहीं खरीद पा रहे हैं तो पीतल या अष्ट धातु की मूर्ति खरीदें और इसे मंदिर में स्थापित करें।