- अमावस्या और पूर्णिमा के दिन इन मंत्रों का जाप जरूर करें।
- पितृ दोष की समस्या से जूझने वाले रोज करें दत्ता नाम जाप।
- बंद किस्मत और उन्नति का राह खोलते हैं दत्तात्रेय भगवान।
दत्त पूर्णिमा को दत्त जयंती के नाम से भी जाना जाता है। सृष्टि में एक भगवान के रूप में पौराणिक साक्ष्य मिलते हैं और ये एक रूप ब्रह्मा-विष्णु –महेश का स्वरूप है। इन्हें भगवान दत्तात्रेय के नाम से जाना जाता है। कहते हैं कि अमावस्या और पूर्णिमा के दिन भगवान दत्त की पूजा और उनके मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से घर-परिवार के अनेक कष्ट दूर हो जाते हैं। खास कर जिन पर पितृ ऋण हो या दोष उन्हें दत्त भगवान की पूजा और मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।
जिन लोगों के घर से परेशानियां जाने का नाम नहीं लेतीं उन्हें दत्तात्रेय भगवान का नाम जपने भर से बहुत लाभ मिलता है। इसके लिए दत्त पूर्णिमा का दिन बेहद खास है। दत्तात्रेय का मंत्र और नाम के जाब से कहते हैं कि ब्रह्म दोष से भी मुक्ति मिलती है। इसलिए यदि आपके घर में किसी को ब्रह्रम हत्या का दोष हो तो घर के मुखिया को दत्तात्रेय भगवान के नाम का जाप और मत्रों का जाप प्रतिदिन करना चाहिए।
ऐसा करने से जीवन में उन्नति के नए मार्ग खुलने लगते है और घर में आई मनहूसियत भी दूर होती है। साथ ही यदि घर में कोई बीमार हो या मृत्यु संकट हो तो आपको इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। तो आइए जानें कि पूर्णिमा के दिन दत्तात्रेय के किन चमत्कारिक महामंत्र की माला जपने से आपके कष्ट दूर हो सकते हैं।
महागुरु दत्तात्रेय के महाशक्तिशाली मंत्र जो आपके हर कष्ट को हर लेगा :
मंत्र 1.
'श्री दिगंबरा दिगंबरा श्रीपाद वल्लभ दिगंबरा'।
मंत्र 2.
'श्री गुरुदेव दत्त'।
तांत्रोक्त मंत्र 3.
'ॐ द्रां दत्तात्रेयाय नम:'
दत्त गायत्री मंत्र 4.
'ॐ दिगंबराय विद्महे योगीश्रारय् धीमही तन्नो दत: प्रचोदयात'
5. इसके अलावा निम्न मंत्र का जाप मानसिक रूप से करना चाहिए
ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ द्रां ॐ ।
10 माला का जाप करने भर से आपके कई कष्टों से मुक्ति मिल जाएगी।
मंत्र 6.
'ॐ द्रां दत्तात्रेयाय स्वाहा।'
भगवान दत्तात्रेय के ये मंत्र जीवन में आप कभी भी किसी भी मुसीबत में हो आपको जपना चाहिए।