- गुरु गोबिन्द जी सत्य के पुजारी थे
- उन्होने कई ग्रंथों की रचना भी की
- उन्हे कई भाषाओं का ज्ञान था
सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह की आज यानि 2 जनवरी 2020 को जयंती है। उनका जन्म 22 दिसंबर, 1666 को पटना, बिहार, भारत में हुआ था। उस दौरान पौष माह की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि थी। यह दिन मुख्य रूप से सिख समुदाय के भीतर पूरे भारत में मनाया जाता है। उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की थी। यही नहीं उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब को पूर्ण भी किया था।
आज के दिन गुरु गोविंद के काव्य को पढ़ना और सुनना एक आम बात होती है। गुरु गोविंद सिंह ने हमेशा यह उपदेश दिया कि भगवान तक पहुंचने के लिए प्रेम ही एक माध्यम है, तो चलिए उनके कहे शब्दों का अनुसरण करके उनका जन्मदिन मनाएं....
हैप्पी गुरु गोविंद सिंह जयंती
जब आप अपने अन्दर बैठे अहंकार को मिटा देंगे
तभी आपको वास्तविक शांति की प्राप्त होगी
अगर आप केवल अपने भविष्य के ही विषय में सोचते रहें तो
आप अपने वर्तमान को भी खो देंगे
मैं उन ही लोगों को पसंद करता हूँ
जो हमेशा सच्चाई के राह पर चलते हैं
अपने द्वारा किये गए अच्छे कर्मों से ही आप
ईश्वर को प्राप्त कर सकते हैं
और अच्छे कर्म करने वालों की ईश्वर सदैव सहायता करता है
जो भी कोई मुझे भगवान कहता हैं ,
वो नर्क में चला जाए
भगवान के नाम के अलावा आपका कोई भी सच्चा मित्र नहीं है,
ईश्वर के सभी अनुयायी इसी का चिंतन करते हैं और इसी को देखते हैं
हर कोई उस सच्चे गुरु की प्रशंसा और जयजयकार करे,
जो हमें भगवान की भक्ति के खजाने तक ले गया है
आपने ही इस सृष्टि की रचना की है,
आप ही सुख-दुःख के स्वामी हो
आप ही स्वयं ही स्वयं हैं,
आपने ही स्वयं सृष्टि की रचना की हैं
जो व्यक्ति भगवान के नाम को सदैव सुमरिन करते हैं,
वे सभी शांति और सुख की प्राप्ति करते हैं