- बुधवार को है नरसिंह जयंती
- भगवान विष्णु के अवतार हैं नरसिंह जी
- उन्होंने आधे नर और आधे सिंह का अवतार लिया था
वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को नरसिंह जयंती मनाई जाती है। आज यानी 6 मई (बुधवार) को नरसिंह जयंती है। पौराणिक कथाओं में इसका उल्लेख मिलता है। हिंदू धर्म में इस जयंती की बहुत मान्यता है। माना जाता है कि नरसिंह भगवान संकट की घड़ी में अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। इस दिन भगवान नरसिंह की पूजा करने से हर कष्ट दूर होते हैं। नरसिंह को भगवान विष्णु का उग्र और ताकतवर अवतार माना जाता है।
क्यों लिया भगवान विष्णु ने नरसिंह जी का अवतार
भक्त प्रहलाद को बचाने के लिए भगवान विष्णु ने नरसिंह का अवतार लिया था। दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप को वरदान प्राप्त था कि उसे कोई आदमी या जानवर न मार सके और न ही किसी अस्त्र-शस्त्र से उनकी मृत्यु हो। उसे न धरती पर मारा जा सकता था और ना ही आसमान में। ऐसे में भगवान विष्णु ने आधे नर और आधे सिंह का रूप धारण कर हिरण्यकश्यप को अपनी जांघ पर रखकर नाखूनों से चीर कर वध किया था। उनके इसी अवतार को नरसिंह के नाम से जाना जाता है।
नरसिंह जयंती की पूजा का समय आज दोपहर 3 बजकर 45 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। इस दौरान आप भी भगवान नरसिंह की पूजा करें। उससे पहले जान लें पूजा की विधि।
कैसे करें नरसिंह भगवान की पूजा
अच्छी तरह नहा-धो कर पूजा के लिए तैयार हो जाएं। भगवान नरसिंह की फोटो सामने रखें और उसके आगे दीपक जलाएं। उन्हें लाल फूल चढ़ाएं और फल- मिठाई इत्यादि का भोग लगाएं। भगवान नरसिंह के मंत्रों का जाप करें। भगवान के सामने स्वच्छ मन से अपनी मनोकामना रखें। सच्चे मन से की गई मनोकामना को भगवान जरूर पूरा करते हैं। अगर आप इस दिन व्रत रख रहे हैं तो और भी बेहतर है। नरसिंह जयंती पर अन्न और वस्त्र का जरूरतमंदों को दान करें।