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मुख्य बातें
- माता दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए नवरात्रि का समय सर्वश्रेष्ठ है
- इस समय पूजा अर्चना से माता की कृपा प्राप्त की जा सकती है
- हम राशि अनुरूप कुछ विशेष पूजा पाठ कर सकते हैं
ज्योतिषाचार्य सुजीत जी महाराज के अनुसार माता दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए नवरात्रि का समय सर्वश्रेष्ठ है। इस समय पूजा अर्चना से माता की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
यह इतना श्रेष्ठ समय है कि यदि श्रद्धा पूर्वक माता की सामान्य पूजा करके केवल माता का नाम ही जपा जाय तो भी मनोवांछित फल की प्राप्ति हो जाएगी। यदि हम राशि अनुरूप कुछ विशेष पूजा पाठ कर सकें तो ये उनकी कृपा का विशेष फल विभिन्न राशियों पर पड़ेगा।
नवरात्र में राशि अनुरूप रहेगी माता की कृपा
- मेष- इसका स्वामी मंगल है। माता आपको इस वर्ष मकान ,जमीन या वाहन देंगी। सिद्धिकुंजिकस्तोत्र का पाठ कीजिए।
- वृष- इसका स्वामी शुक्र है। माता की विशेष कृपा आप पर रहेंगे। वित्तीय स्थिति बहुत बेहतर होगी। वाहन ले सकते हैं। सप्तश्लोकी दुर्गा का पाठ पूरे नवरात्रि प्रतिदिन 9 बार करें।
- मिथुन- इसका स्वामी बुध है। इस वर्ष जमीन या मकान लेंगे। माता के 32 नाम का पाठ कम से कम 18 बार करें।
- कर्क- इसका स्वामी चंद्रमा है। माता की उपासना के साथ साथ शिव उपासना भी करें। इस वर्ष खूब धन कमाएंगे।
- सिंह- इसका स्वामी सूर्य है। इस वर्ष संतान को सफलता मिलेगी।धन की प्राप्ति होगी। सिद्धिकुंजिकस्तोत्र का पाठ करें।
- कन्या- इसका स्वामी बुध है। विदेश यात्रा के साथ साथ धन का आगमन होगा। दुर्गासप्तशती का प्रतिदिन पाठ करें।
- तुला- इसका स्वामी शुक्र है। सप्तश्लोकी दुर्गा का 9 बार पाठ करें। धन तथा सुख समृद्धि आएगी।
- वृश्चिक- इसका स्वामी मंगल है। वाहन तथा भूमि से लाभ होगा। नवरात्रि में पूरे श्री रामचरित मानस का पाठ सम्पूर्ण करें।
- धनु- इसका स्वामी गुरु है। दुर्गासप्तशती का सम्पूर्ण पाठ करें। धन की प्राप्ति के साथ साथ कोई बड़ा पुरस्कार प्राप्त करेंगे।
- मकर- इसका स्वामी शनि है। सिद्धिकुंजिकस्तोत्र का 9 बार पाठ करें। खूब सुख समृद्धि आएगी।
- कुम्भ- इसका स्वामी शनि है। इस वर्ष संतान को सफलता मिलनी है। धन की प्राप्ति होगी। माता के 32 नाम को प्रतिदिन 9 बार पढ़ें।
- मीन- इसका स्वामी गुरु है। पूरे नवरात्रि में श्री रामचरित मानस का पाठ सम्पूर्ण करें। माता की कृपा सुख समृद्धि की वर्षा कर देगी।