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Tokyo Olympics 2021: महिला बॉक्सिंग में लवलीना बोरगोहेन बुसेनाज सुरमेनेली से हारीं, ब्रॉन्ज से करना पड़ा संतोष

Updated Aug 04, 2021 | 11:46 IST

Indian Boxer Lovlina Borgohain Loose: भारतीय महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) को टोक्यो ओलिंपिक खेलों में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा है।

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लवलीना बोरगोहेन

नई दिल्ली: भारत की लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) पहले ही पदक पक्का कर चुकी थी लेकिन बुधवार को वह तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ हार गईं, लवलीना बोरगोहेन को टोक्यो ओलंपिक की महिला मुक्केबाजी स्पर्धा में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ शिकस्त के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

ओलंपिक में पदार्पण कर रही विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना के खिलाफ बुसेनाज ने शुरुआत से ही दबदबा बनाया और सर्वसम्मति से 5-0 से जीत दर्ज करने में सफल रही। लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षों में भारत का ओलंपिक मुक्केबाजी में पहला पदक है।

लवलीना ओलंपिक मुक्केबाजी प्रतियोगिता फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनने के लिए चुनौती पेश कर रही थी लेकिन विश्व चैंपियन बुसेनाज ने उनका सपना तोड़ दिया। भारतीय मुक्केबाज के पास तुर्की की खिलाड़ी के दमदार मुक्कों और तेजी का कोई जवाब नहीं था। इस बीच हड़बड़ाहट में भी लवलीना ने गलतियां की।

पीएम मोदी ने भी लवलीना की हौसला आफजाई करते हुए ट्वीट किया है-

क्वार्टर फाइनल में लवलीना हालांकि चीनी ताइपै की पूर्व विश्व चैंपियन नीन चिन चेन को हराकर पहले ही पदक पक्का कर चुकी थी। असम की 23 वर्षीय लवलीना ने विजेंदर सिंह (बीजिंग 2008) और एमसी मैरीकोम (लंदन 2012) की बराबरी की। विजेंदर और मैरीकोम दोनों ने कांस्य पदक जीते थे।

लवलीना बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली तीसरी भारतीय खिलाड़ी

तुर्की की मुक्केबाज 2019 चैंपियनशिप में विजेता रही थी जबकि उस प्रतियोगिता में लवलीना को कांस्य पदक मिला था। तब इन दोनों के बीच मुकाबला नहीं हुआ था। ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनने की कोशिश कर रही थीं। असम की लवलीना बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली तीसरी भारतीय खिलाड़ी हैं।

हार के साथ ही बॉक्सिंग में भारतीय चुनौती समाप्त

लवलीना की हार के साथ ही बॉक्सिंग में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई, टोक्यो ओलंपिक में भारत की तरफ से मुक्केबाजी में सिर्फ लवलीना ही पदक जीतने में सफल रहीं।  टोक्यो खेलों में यह भारत का तीसरा पदक है। इससे पहले भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने रजत जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधू ने कांस्य पदक जीता।