- ज्योति कुमारी ने पढ़ाई पूरी करने के पीछे साइकिलिंग का ऑफर ठुकराया
- ज्योति कुमारी सात दिन में 1200 किमी साइकिल चलाकर अपने घर पहुंची थी
- ज्योति कुमारी को भारतीय साइकिलिंग फेडरेशन ने ट्रायल पर आने का आमंत्रण दिया था
पटना: ज्योति कुमारी ने देशव्यापी लॉकडाउन में 1200 किमी साइकिल चलाकर दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। उन्होंने अब भारतीय साइकिलिंग फेडरेशन द्वारा मिले ट्रायल के आमंत्रण को ठुकरा दिया है। 15 साल की ज्योति ने द हिंदू से बातचीत में कहा, 'मैं पहले अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती हूं। इतनी लंबी यात्रा के बाद मैं शारीरिक रूप से काफी कमजोर महसूस कर रही हूं।'
बिहार के सिरहुली में अपने घर से बात करते हुए ज्योति ने कहा, 'मेरी पारिवारिक समस्याओं के कारण पहले मैं अपने पढ़ाई जारी नहीं रख सकी। मैं घरेलू कामों में व्यस्त रही। मगर अब मेरी ख्वाहिश है कि पहले अपनी पढ़ाई पूरी करूं।' बता दें कि ज्योति ने अपने पिता को कैरियर पर बिठाकर गुरुग्राम से बिहार तक सात दिनों में 1200 किमी साइकिल चलाकर घर पहुंची थीं।
ज्योति की इस उपलब्धि को जानने के बाद सीएफआई ने उनसे संपर्क किया और कहा कि नई दिल्ली के आईजीआई स्टेडियम कॉम्प्लेक्स में आकर ट्रायल दें। सीएफआई ने ट्रायल के समय तक ज्योति के सभी खर्चे उठाने का दावा भी किया था। सीएफआई चेयरमैन ओंकार सिंह ने कहा था, 'ज्योति में निश्चित ही ताकत और शारीरिक शक्ति है। हम उसका परीक्षण करना चाहते हैं।'
इवांका ट्रंप भी हुई मुरीद
ज्योति की उपलब्धि ने दुनियाभर का आकर्षण अपनी ओर खींचा है। अमेरिकी राष्ट्रपति इवांका ट्रंप ने भी 15 साल की ज्योति की तारीफ के पुल बांधे। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, '15 साल की ज्योति कुमारी साइकिल पर अपने पिता को बैठाकर सात दिनो में 1200 किलोमीटर की दूर कर घर पहुंची। हिम्मत और प्यार की इस खूबसूरत दास्तान ने भारतीय लोगों और साइकिल महासंघ का ध्यान अपनी ओर खींचा।'