आज मदर्स डे 2021 सेलिब्रेट किया जा रहा है। हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के तौर पर मनाया जाता है। इस मर्तबा मदर्स डे 9 मई को मनाया जा रहा है। मां एक ऐसा शब्द है, जो लोगों की जिंदगी में बहुत मायने रखता है। अनेक माएं रोजमर्रा की जिंदगी में अपने हौसलों से आगे बढ़ रही हैं। वहीं, कई माएं ऐसे भी हैं, जिन्होंने खेल जगत में अपना लौहा मनवा चुकी हैं। आइए मदर्स डे पर आपको भारतीय खेल जगत की उन पांच 'सुपर मॉम' के बारे में बताते हैं, जिनका दमखम देख दुनिया हैरान रह गई।
एमसी मैरीकॉम
भारतीय बॉक्सर एमसी मैरीकॉम ने दुनियाभर में अपनी छाप छोड़ चुकी हैं। छह बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरीकॉम 3 बच्चों की मां हैं। वह ओलिंपिक में मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला बॉक्सर हैं। उनका जन्म 1 मार्च 1983 को मणिपुर के चूराचांदपुर जिले में हुआ था।
सहाना कुमारी
भारतीय हाई जम्प एथलीट सहाना कुमारी के नाम वर्तमान में 1.92 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। वह अंजू बॉबी जॉर्ज के 1.91 मीटर के रिकॉर्ड को तोड़कर 2012 ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने में सफल रही थीं। हालांकि वह पहले ही राउंड में हो गई थीं। एक बेटी की मां सहाना ने लेकिन हौसला बनाए रखा। उन्होंने बेटी के जन्म के बाद भी खेल में खूब प्रभावित किया।
दीपा मलिक
दीपा मलिक पैरालिंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। उन्होंने रियो पैरालिंपिक खेल 2016 की गोला फेंक की एफ 53 स्पर्धा में रजत पदक जीता था। दीपा दो बेटियों की मां हैं। बता दें कि दीपा ने पिछले साल सक्रिय खेलों से संन्यास ले लिया था।
कोनेरू हंपी
भारतीय शतरंज खिलाड़ी कोनेरू हंपी ने भी जमकर नाम कमाया है। उन्होंने साल 2019 में रैपिड शतरंज वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती और ज्यूडिट पोलगर के बाद 2600 एलो रेटिंग अंक के पार जाने वाली दूसरी महिला बन गईं। हंपी ने मां बनने के बाद दो साल (2016 से 2018) आराम किया था और फिर शतरंज में वापसी कर खुद को साबित किया।
सानिया मिर्जा
भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा अक्टूबर 2018 में अपने बेटे इजहान को जन्म दिया था। उन्होंने इसके बाद करीब 15 महीनों तक टेनिस से दूरी बनाई रखी। मगर जब सानिया मातृत्व अवकाश के बाद जब प्रतिस्पर्धी टेनिस में लौटी थी तो होबार्ट ओपन का खिताब जीतकर सनसनी मचा दी थी। बता दें कि सानिया 2009 में वे भारत की तरफ से ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनीं थीं।