नई दिल्ली: भारत की स्टार शटलर ओलंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल बुधवार को राजनीति में कदम रख लिया। साइना नेहवाल बैडमिंटन कोर्ट पर पिछले कुछ महीनों से संघर्ष करती दिख रही हैं ऐसे में उन्होंने राजनीति को अपने नए करियर के रूप में चुना है। बुधवार को उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक विशेष कार्यक्रम में उनके भाजपा में शामिल होने का ऐलान किया।
इसी दौरान साइना की बड़ी बहन अबु चंद्राशु ने भी भाजपा भी भाजपा में शामिल हुईं। साइना को भाजपा ने दिल्ली चुनाव के ठीक पहले पार्टी का सदस्या बनाया है। उनका उपयोग दक्षिण दिल्ली के हरियाणा से सटे क्षेत्रों के जाट वोटरों को लुभाने में कर सकती है।
पिछले लोक सभा चुनाव से अबतक कई खिलाड़ियों ने राजनीति में एंट्री की है। जिसमें से अधिकांश ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा का दामन थामा है। हरियाणा चुनाव से पहले पूर्व हॉकी कप्तान संदीप सिंह, ओलंपिक पदक विजेता योगेश्नर दत्त, महिला पहलवान बबीता फोगाट, क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भाजपा का दामन थामा। वहीं पूर्व ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कांग्रेस के हाथ के साथ चले गए और लोकसभा चुनाव में दक्षिण दिल्ली सीट से अपनी किस्मत भी आजमाई।
साल 2012 में लंदन ओलंपिक में साइना नेहवाल बैडमिंटन में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनी थीं। वो बीडब्ल्यूएफ रैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला भी थीं। साइना विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी भी बनी थीं। 30 वर्षीय साइना चोट से उबरने के बाद साइना नेहवाल कोर्ट पर वो जलवा नहीं दिखा सकीं जिसके लिए उन्हें जाना जाता था।