- बजरंग पूनिया को सेमीफाइनल में मिली शिकस्त
- अजरबैजान के पहलवान ने दी बजरंग पूनिया को शिकस्त
- अभी भी बजरंग पूनिया के पास है कांस्य पदक जीतने का मौका
नई दिल्ली: कुश्ती में भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक की आखिरी उम्मीद बजरंग पूनिया (Bajrang Punia vs Haji Aliyev Semifinals) सेमीफाइनल में हार गए हैं। 3 बार के वर्ल्ड चैंपियन और रियो ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता अजरबैजान के हाजी अलीव ने बंजरंग को 11-5 से पटखनी दी। हालांकि बजरंग के अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है। बजरंग के लिए यह मुकाबला आसान नहीं था। वह रूस के एक स्थानीय टूर्नामेंट के दौरान घुटने की मामूली चोट से उबर कर इन खेलों में आए है।
आज जीते थे दो मैच
इससे पहले कुश्ती में भारत के लिए तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक की आखिरी उम्मीद बजरंग पूनिया किर्गीस्तान के अर्नाजार अकमातालिएव को शुक्रवार को यहां हराकर 65 किलो के क्वार्टर फाइनल में पहुंच थे। पुनिया ने क्वार्टर फाइनल में ईरान के मुर्तजा चेका घियासी के खिलाफ शुक्रवार को 65 किग्रा भार वर्ग में अपने अनुभव और कौशल का शानदार इस्तेमाल करते हुए जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह पक्की की थी।
सीमा बिस्ला भी हारीं
इससे पहले आज अपना पहला ओलंपिक खेल रही भारतीय पहलवान सीमा बिस्ला 50 किग्रा के पहले दौर में ट्यूनीशिया की सारा हमदी से 1-3 से हारने के बाद प्रतियोगिता से बाहर हो गई। सीमा को हमदी ने खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया । मुकाबले में कोई दाव देखने को नहीं मिले । हमदी ने तीन में से दो अंक पुशआउट पर और एक सीमा के रक्षात्मक खेल पर बनाये। सीमा ने अपने प्रतिद्वंद्वी को धक्का देकर अंक बनाया। हमदी को हालांकि बाद में हार का सामना करना पड़ा जिससे सीमा का ओलंपिक अभियान एक मुकाबले के बाद ही खत्म हो गया।