- चीन ने कृत्रिम सूरज बनाया, डेली मेल की रिपोर्ट में दावा
- कृत्रिम सूरज, असली सूरज से 10 गुना अधिक ताकतवर
- कृत्रिम सूरज का तापमान 16 करोड़ डिग्री सेल्सियस करीब 100 सेकेंड तक कायम रहा
कहते हैं कि धरती पर जिंदगी लिए हवा, जल और प्रकाश की मौजूदगी अनिवार्य है। हम सब जानते हैं कि पूरे ब्रह्मांड को प्राकृतिक सूरज से रोशनी मिल रही है। लेकिन इन सबके बीच सवाल यह है कि प्राकृतिक सूरज कब तक अपनी चमक बिखेरेगा, उसकी उम्र कितनी है, इन सब सवालों का जवाब विज्ञान देता है। हालांकि इन सबके बीच चीन ने कृत्रिम सूरज बनाने का दावा किया है।
असली सूरज से 10 गुना ताकतवर
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक चीन द्वारा तैयार किया सूरज असली सूरज की तुलना में 10 गुना ताकतवर यानी प्रकाश देगा। 10 सेकेंड में कृत्रिम सूरज का तापमान 16 करोड़ डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। इसका अर्थ यह है कि प्राकृतिक सूरज की तुलना में गर्मी 10 गुना ज्यादा रही खास बात यह है कि यह तापमान करीब 100 सेकेंड तक कायम भी रहा।
तापमान को स्थिर बनाए रखना बड़ा लक्ष्य
शेंजेन स्थित दक्षिणी विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय के फिजिक्स डिपार्टमेंट के निदेशक ली मियाओं कहते हैं कि अगले कुछ हफ्तों तक स्थिर तापमान पर हमें अपने प्रोजेक्ट को चलाना है। 100 सेकेंड तक 16 करोड़ डिग्री का तापमान बनाए रखना भी अपने आपमें बड़ी सफलता है और इसे स्थिर बनाए रखना है।
न्यूक्लियर फ्यूजन तकनीक का इस्तेमाल
चीन के अनहुई राज्य में एक रिएक्टर में इस कृत्रिम सूरज को बनाया गया है। इसमें न्यूक्लियर संलयन की मदद ली गई है सामान्य तौर पर इस तकनीक के जरिए हाइड्रोजन बम बनाया जाता है। इसमें गर्म प्लाज्मा को फ्यूज करने के स्ट्रांग मैगनेटिक फील्ड का निर्माण किया जाता है। इसमें अत्यधिक गर्मी पैदा होती है।
फ्रांस में भी न्यूक्लियर फ्यूजन पर काम
फ्रांस में भी न्यूक्लियर फ्यूजन पर काम किया जा रहा है, बताया जा रहा है कि फ्रांस का प्रोजेक्ट 2025 में पूरी होगी। इसके अलावा कोरिया भी केएसटीएआर के जरिए कृत्रिम सूरज बनाने में कामयाब हुआ है जिससे 20 सेकेंड के लिए 10 करोड़ डिग्री सेल्सियस तापमान स्थिर किया गया।