नई दिल्ली: मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है और बिना स्मार्टफोन के हम सभी को लगता है कि कुछ कमी है जी हां मोबाइल फोन से हमारे कई काम होते हैं मगर आपको पता है कि मोबाइल फोन खतरे की घंटी भी है, ये बात हम तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर कह रहे हैं क्योंकि आपका मोबाइल फोन कई तरह के वायरसों का वाहक है और अगर इसकी साफ-सफाई का ध्यान ना रखा जाए तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए खासा खतरनाक हो सकता है।
इस समय दुनिया के तमाम देश कोरोना के खतरे से जूझ रहे हैं और कोविड-19 तकरीबन 4900 लोगों को मौत की नींद सुला चुका है और करीब 1 लाख से से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित बताए जा रहे हैं।
कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय साफ सफाई से रहना है और अपने आप को संक्रमण से बचाना है, लेकिन आपका मोबाइल ही आपके लिए दिक्कत पैदा कर सकता है क्योंकि इस पर गंदे साफ सभी तरह के हाथ लगते हैं और इसकी सफाई भी नहीं की जाती है।
कोरोना वायरस मोबाइल फोन की स्क्रीन पर तकरीबन 48 घंटे जिंदा रह सकता है
विशेषज्ञों की मानें तो कहा जाता है कि आपके स्मार्टफोन को किसी संक्रमित व्यक्ति ने छुआ है तो वो इससे संक्रमित हो सकता है और खास बात ये कि इंफेक्शन के साथ ही कोरोना वायरस मोबाइल फोन की स्क्रीन पर तकरीबन 48 घंटे यानि दो जिंदा रह सकता है।
वहीं मोबाइल फोन पर बैक कवर या पैनल लगाने का चलन है ऐसे में बैकपैन प्लास्टिक का है तो ये वायरस 9 दिन तक और बैकपैनल अगर मेटल का है तो कोरोना वायरस 12 घंटे तक जिंदा रह सकता है।
यानि कुल मिलाकर खतरे के पूरे चांसेंज है ऐसे में आप अपने मोबाइल फोन को हल्के में ना लें बल्कि उसकी साफ सफाई पर खास ध्यान दें नहीं तो दिक्कत में पड़ सकते हैं।
मोबाइल फोन की सफाई पर दें ध्यान
जानकार कहते हैं कि कोरोना वायरस से बचने के लिए अपने फोन को साफ करते रहें ताकि आपके फोन से आपको संक्रमण न फैले फोन के साथ उसके बैकपैनल की सफाई पर भी ज्यादा ध्यान दें।
फोन को साफ करने के लिए किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल करने से बचें और सिर्फ माइक्रोफाइबर कपड़े से ही फोन को साफ करें इसके लिए माइक्रोफाइबर कपड़े और सॉफ्ट सोप का इस्तेमाल करें।
साबुन को सीधा फोन स्क्रीन पर नहीं बल्कि पानी के साथ मिलाकर इसे सावधानी से लगाएं वहीं टिशू पेपर का इस्तेमाल ना करें और किसी भी तरह के स्प्रे का भी इस्तेमाल ना करें।
इन तरीकों से आप अपने मोबाइल फोन को तो साफ रख ही पायेंगे साथ कोरोना के खतरे को भी कम कर सकते हैं।