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Jio : जियो का जलवा बरकरार, चार साल में जोड़े 40 करोड़ यूजर्स, 2024 तक 50 करोड़ का लक्ष्य

Updated Jul 31, 2020 | 14:30 IST

मोबाइल सेक्टर में सिर्फ 04 साल पहले कदम रखने वाली जियो ने दिग्गजों भारती एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया को पछाड़कर पहले  नंबर पर है।

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जियो का जलवा बरकरार
मुख्य बातें
  • अप्रैल-जून तिमाही के दौरान जियो के कुल 99 लाख नए कस्टमर बने
  • कुल यूजर्स 39 करोड़ 83 लाख पर पहुंच गए
  • जियो भारती एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया को पछाड़कर पहले नंबर पर है

नई दिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने जबसे दूरसंचार क्षेत्र में कदम रखा तब से उनकी टेलकॉम कंपनी दिन दोगुनी रात चौगुनी प्रगति करती जा रही है। बहुत कम समय में जियो देश की नंबर वन टेलकॉम कंपनी बन गई। हर रोज उसके ग्राहकों की संख्या बढ़ती चली गई। 2020-21 की पहली तिमाही में कोरोना वायरस के बावजूद कंपनी डेढ़ करोड़ ग्राहक जोड़कर 40 करोड़ के करीब पहुंच गई है। मुकेश अंबानी का लक्ष्य है कि 2024 तक जियो के 50 करोड़ यूजर्स हो जाएं। जियो का आकलन किया जाए तो इसने औसतन रोजाना पौने 3 लाख कस्टमर्स जोड़कर 4 साल से कम समय में 40 करोड़ यूजर्स अपने साथ जोड़े।

अप्रैल-जून तिमाही के दौरान जियो के कुल 99 लाख नए कस्टमर बने और कुल यूजर्स 39 करोड़ 83 लाख पर पहुंच गए। सिर्फ 04 साल पहले मोबाइल सेक्टर में कदम रखने वाली जियो इस सेक्टर की दिग्गजों भारती एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया को पछाड़कर पहले नंबर पर है। अब जियो अगला लक्ष्य 2024 तक अपने यूजर्स की संख्या 50 करोड़ करनी है।

भारत को डिजिटल समाज में बदलने पर ध्यान-अंबानी

अंबानी ने कंपनी की इस सफलता पर कहा कि भारतीय स्टार्ट-अप्स और दुनिया की प्रतिष्ठित टैक्नोलॉजी कंपनियों के साथ साझेदारी कर जियो प्लेटफॉर्म्स अब डिजिटल बिजनेस के अगले हाइपर ग्रोथ के लिए तैयार है। हमारी विकास रणनीति सभी 130 करोड़ भारतीयों की जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से बनी है। हमारा सारा ध्यान भारत को एक डिजिटल समाज में बदलने पर केंद्रित है।

सस्ता स्मार्टफोन लाएगी जियो

मुकेश अंबानी ने 15 जुलाई को रिलायंस की 43वीं AGM में ऐलान किया कि भारतीय बाजार में कंपनी सस्ते स्मार्टफोन लाएगी और उसका मकसद 35 करोड़ 2 जी ग्राहकों को 4G और 5G सेवाओं के तहत लाना है। कंपनी का इरादा अगले साल देश में 5G सेवाएं शुरु करने का है और इसके लिए सभी तैयारियां करीब करीब पूरी कर ली गई हैं और सरकार की हरी झंडी का इंतजार है।

जियो का मुनाफा लगातार 11 वीं तिमाही में बढ़ा

यही नहीं जहां सस्ती और बेहतर सेवाओं को उपलब्ध कराने की गलाकाट प्रतिस्पर्धा के बीच अन्य कंपनियों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है रिलायंस जियो का मुनाफा छंलागें लगा रहा है। गुरुवार को वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में रिलायंस जियो का शुद्ध मुनाफा पिछले साल की इसी अवधि के 891 करोड़ रुपए की तुलना में 182.8% की बड़ी छंलाग लगाकर 2,520 करोड़ रुपए पहुंच गया।  जियो का मुनाफा लगातार 11 वीं तिमाही में बढ़ा और इसका मुख्य आधार नए ग्राहकों की संख्या में लगातार बड़ी बढ़ोतरी और कर्ज मुक्ति के बाद वित्त लागत कम होना है।

नंबर वन रही भारती एयरटेल को घाटा

गौर हो कि कुछ माह पहले तक नंबर एक रही भारती एयरटेल को इस दौरान 15933 करोड़ का घाटा उठाया है। जियो की आलोच्य तिमाही में परिचालन आय 12383 करोड रुपए से 33.7% बढ़कर 16557 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। इस दौरान जियो  की ब्याज टैक्स अदायगी, ह्रास और कर्ज उतारने पर खर्च 7,281 करोड़ के रिकॉर्ड स्तर पर जा पहुंचा, जो पिछले साल के मुकाबले  55.4%  ज्यादा है। 

तिमाही में कुल वायरलेस डेटा ट्रैफिक 30.2% बढ़ा

मजबूत ग्राहक सेवाओं और सर्वश्रेष्ठ नेटवर्क की वजह से तिमाही में कुल वायरलेस डेटा ट्रैफिक 30.2% 1,420 करोड़ GB हो गया। लॉकडाउन के बीच जियो नेटवर्क पर प्रति माह औसत वायरलेस डेटा खपत बढ़कर 12.1GB और वॉयस कालिंग 756 मिनट हो गई।  तिमाही में प्रति ग्राहक औसत राजस्व (एआरपीयू) 130.6 रुपए से बढ़कर 140.3 रुपए प्रति माह हो गया। 

तिमाही के दौरान जियो प्लेटफॉर्म्स में फेसबुक और गूगल समेत 13 निवेशकों ने 14 प्रस्तावों के जरिए तिमाही के दौरान एक लाख 52 हजार 56 करोड़ रुपए का निवेश किया।  कुल निवेश में से जियो को 10 निवेशकों से 115694 करोड़ रुपए प्राप्त हो चुके हैं। जियो प्लेटफॉर्म्स में आए निवेश में कंपनी 22981 करोड़ रुपए भविष्य में विस्तार के लिए रखेगी।