- प्रीपेड डेटा की कीमतों में बढ़ोतरी ने 2021 की चौथी तिमाही में देश में फेसबुक की ओवरऑल ग्रोथ को प्रभावित किया है
- वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) और भारती एयरटेल के बाद, रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड ने 1 दिसंबर से प्रभावी प्रीपेड टैरिफ दरों में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की घोषणा की थी
- प्रीपेड डेटा मूल्य वृद्धि ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को प्रभावित किया और उनमें से फेसबुक भी प्रभावित हुआ
भारतीय दूरसंचार कंपनियों द्वारा प्रीपेड डेटा की कीमतों में बढ़ोतरी ने 2021 की चौथी तिमाही में देश में फेसबुक की ओवरऑल ग्रोथ को प्रभावित किया है। कंपनी ने इसका खुलासा किया है। नवंबर में, प्रमुख दूरसंचार कंपनियों भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया ने प्रीपेड टैरिफ दरों में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि की थी।
मेटा सीएफओ डेव वेनर ने कंपनी की तिमाही अर्निग कॉल में कहा कि चौथी तिमाही में फेसबुक उपयोगकर्ता की वृद्धि कुछ हेडविंड से प्रभावित हुई थी। मेटा के सीईओ ने बताया कि महामारी से मिली रहात ने एशिया-प्रशांत के क्षेत्रों के साथ-साथ बाकी दुनिया में भी यूजर ग्रोथ को आगे बढ़ाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि महंगे डेटा पैक के कारण भारत में विकास प्रभावित भी हुआ।
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वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) और भारती एयरटेल के बाद, रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड ने 1 दिसंबर से प्रभावी प्रीपेड टैरिफ दरों में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की घोषणा की थी। एयरटेल ने घोषणा की थी कि 26 नवंबर से प्रीपेड टैरिफ दरों में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि की जाएगी, वोडाफोन आइडिया ने भी 25 नवंबर से प्रभावी दरों में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि की है।
उनके अनुसार, यह कदम 'ARPU (एवरेज रेवेन्यू पर यूजर) में सुधार की प्रक्रिया शुरू करेगा और उद्योग के सामने आने वाले वित्तीय तनाव को दूर करने में मदद करेगा'। वेहनर ने आगे कहा कि यह भारत जैसे क्षेत्रों में तिमाही में थोड़ा अनूठा था, जहां 'हमने देखा कि डेटा प्लान महंगे होने से ग्रोथ धीरे हुई'।
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काउंटरपॉइंट रिसर्च के निदेशक तरुण पाठक के अनुसार, प्रीपेड डेटा मूल्य वृद्धि ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को प्रभावित किया और उनमें से फेसबुक भी प्रभावित हुआ।
पाठक ने आईएएनएस को बताया, 'भारत में लाखों प्रीपेड उपयोगकर्ता हैं और नए उपयोगकर्ता सस्ती एंट्री-लेवल स्मार्टफोन के साथ इंटरनेट क्रांति में तेजी से शामिल हो रहे हैं। प्रीपेड मूल्य वृद्धि के बाद, उनके सोशल मीडिया के उपयोग में गिरावट आई, जिससे हमारे जैसे मूल्य-संवेदनशील बाजार में फेसबुक की वृद्धि प्रभावित हुई।'