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RAISE 2020 : टैक्नोलॉजी के महारथियों को पीएम ने किया संबोधित, 'हम चाहते हैं AI का ग्लोबल केंद्र बने भारत'

Updated Oct 05, 2020 | 20:33 IST

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर मेगा वर्चुअल शिखर सम्मेलन RAISE 2020 का उद्घाटन किया और टैक्नोलॉजी के महत्व को बताया। 

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RAISE 2020

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (5 अक्टूबर) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर मेगा वर्चुअल शिखर सम्मेलन RAISE 2020 का उद्घाटन किया। उसके बाद टैक्नोलॉजी के दिग्गजों को संबोधति किया। इससे पहले इस शिखर सम्मेलन को रिलायंस इंडस्ट्रीज के चैयरमैन मुकेश अंबानी और केंद्रीय मंत्री समेत कई दिग्गजों ने संबोधित किया। यह वर्चुअल शिखर सम्मेलन 5-9 अक्टूबर, 2020 तक होगा। RAISE 2020 (सोशल एम्पावरमेंट 2020 के लिए जिम्मेदार एआई) विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए दिमाग की ग्लोबल बैठक हो रही है और हेल्थकेयर, कृषि, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में स्मार्ट गतिशीलता जैसे क्षेत्रों में सामाजिक परिवर्तन, समावेश और सशक्तिकरण के लिए एआई का उपयोग करने के लिए एक कोर्स होगा। उन्होंने कहा कि ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की विभिन्न पहलुओं पर दुनिया भर के तकनीक के क्षेत्र के महारथी चर्चा करेंगे।

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि महामारी की स्थिति में, हमने देखा कि कैसे भारत की डिजिटल तत्परता ने बड़ी मदद की थी। हम जल्द से जल्द और सबसे कुशल तरीके से लोगों की मदद करने के लिए पहुंच गए। भारत अपने ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क का तेजी से विस्तार कर रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हाल ही में एनईपी 2020 को अपनाया है। यह प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षा और शिक्षा के प्रमुख भाग के रूप में कौशल पर केंद्रित है। ई-पाठ्यक्रम विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं और बोलियों में भी विकसित किया जाएगा। इससे एआई प्लेटफार्मों को मजबूत करने के लिए प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण से लाभ होगा।

पीएम ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चर्चा को प्रोत्साहित करने के लिए Raise2020 एक बेहतरीन प्रयास है। आप सभी ने टेक्नोलॉजी और मानव सशक्तिकरण से संबंधित पहलुओं पर प्रकाश डाला है। भारत में हमने अनुभव किया है कि AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) टेक्नोलॉजी में पारदर्शिता और सेवाओं के वितरण में सुधार करती है। 

हम चाहते हैं कि भारत AI का वैश्विक केंद्र बने। कई भारतीय पहले से ही इस पर काम कर रहे हैं। मैं आशा करता हूं कि आने वाले समय में और भी काम करेंगे।  हमने इस साल अप्रैल में 'रिस्पॉन्सिबल AI फॉर यूथ' लॉन्च किया। इस कार्यक्रम के तहत स्कूलों के 11,000 से अधिक छात्रों ने बेसिक कोर्स पूरा किया। वे अब अपने AI प्रोजेक्ट्स बना रहे हैं।

राष्ट्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी (National Educational Technology) फोरम का गठन किया जा रहा है। यह डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल कंटेट और क्षमता को बढ़ावा देने के लिए एक ई-शिक्षा यूनिट का निर्माण करेगा

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर रिसर्च, पॉलिसी और इनोवेशन में प्रतिनिधि और एक्सपर्ट रायसेन 2020 में दुनिया भर से शामिल हो रहे हैं। शिखर सम्मेलन 'लेवरेजिंग एआई फॉर पांडेमिक तैयारी', 'द इपेटस दैट इनोवेशन प्लेसेस ऑन डिजिटाइजेशन' जैसे क्रॉस-सेक्टर सब्जैक्ट पर चर्चा हो रही है। जिसमें मुख्य बिंदु समावेशी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सफल इनोवेशन के लिए भागीदारी है। इस सम्मेलन में कुछ स्टार्टअप भी शामिल होंगे।