नई दिल्ली। गूगल (Google) के एक कर्मचारी का कहना है कि गूगल के व्यवसाय के लिए टिकटॉक का खतरा केवल यूट्यूब तक ही सीमित नहीं है, बल्कि गूगल की मुख्य सेवाएं, जिनमें सर्च और मैप्स शामिल हैं, भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। टेक क्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, गूगल के सूचना संगठन चलाने वाले वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रभाकर राघवन ने गूगल के प्रोडक्टस के भविष्य और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग के बारे में फॉर्च्यून के ब्रेनस्टॉर्म टेक सम्मेलन में व्यापक बातचीत में लोकप्रिय सामाजिक ऐप्स का संदर्भ दिया।
इंस्टाग्राम और टिकटॉक की ओर रुख कर रहे हैं यूजर्स
सर्च के बारे में एक चर्चा में, उन्होंने कहा कि युवा उपयोगकर्ता अक्सर गूगल सर्च या मैप्स के बजाय इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे ऐप्स की ओर रुख कर रहे हैं। राघवन के हवाले से कहा गया, "हम बार-बार सीखते रहते हैं कि नए इंटरनेट यूजर्स की अपेक्षाएं और मानसिकता वैसी नहीं है, जिसके हम आदी हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि 'वे जो प्रश्न पूछते हैं वे पूरी तरह से अलग हैं।'
नए तरीकों से कंटेंट सर्च करते हैं यूजर्स
रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि ये उपयोगकर्ता कीवर्ड टाइप नहीं करते हैं, बल्कि नए, अधिक इमर्सिव तरीकों से कंटेंट की खोज करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे अध्ययन में, लगभग 40 प्रतिशत युवा जब भोजन के लिए जगह की तलाश में होते हैं, तो वे गूगल मैप्स पर सर्च नहीं करते हैं, बल्कि वे टिकटॉक या इंस्टाग्राम पर जाते हैं।"
टेक दिग्गज ने टेक वेबसाइट से पुष्टि की है कि राघवन की टिप्पणियां आंतरिक शोध पर आधारित थीं, जिसमें 18 से 24 साल के अमेरिकी यूजर्स का एक सर्वेक्षण शामिल था।