- मोबाइल चार्जर के फटने का दावा
- मोबाइल के चार्जर को लंबे समय तक पावर सॉकेट ने लगाकर ना रखें
- चार्जर खराब होने पर अधिकृत केंद्रों से ही खरीदारी करें
केरल के रहने वाले एक शख्स ने one plus Nord 2, 5g खरीदा और उसे इस्तेमाल में ला रहे थे। एक दिन की बात है कि मोबाइल चार्जर में विस्फोट हो गया। वो बताते हैं धमाका इतना तेज था कि लगा कोई बम फटा हो। उस घटना के बाद वो दहशत में थे और पूरी घटना की तस्वीर को वन प्लस कंपनी को ट्वीट किया। कंपनी की तरफ से जवाब आया कि चार्जर में विस्फोट के पीछे बाहरी कारण है, चार्जर के अंदरूनी कंपोनेंट में किसी तरह की खामी नहीं है।
बता दें कि जिस समय विस्फोट हुआ उस समय चार्जर पॉवर साकेट से जुड़ा हुआ था। कंपनी की तरफ से दलील दी गई कि विस्फोट के समय कैपेसिटर की जगह में बदलाव नहीं हुआ। लिहाजा विस्फोट की वजह वोल्टेज में उतार चढ़ाव रहा होगा। लेकिन इस घटना के बाद सवाल उठना और उसके जवाब की तलाश हर किसी को होगी कि आखिर इस तरह की स्थिति ना पैदा हो उसके लिए क्या किया जाए।
क्या करें
हमेशा स्मार्टफोन के साथ जो ओरिजिनल चार्जर मिलता है उसे ही इस्तेमाल में लाना चाहिए। चार्जर खोने या खराब होने पर तो नया ब्रांडेड लाएं। नकली या लोकल चार्जर से हमेशा आग लगने का भय रहता है। चार्जर की तरह ओरिजिनल बैटरी का इस्तेमाल करना चाहिए। बैटरी खराब होने पर उसे बदलने की आवश्यकता हो तो उसी कंपनी की बैटरी ही खरीदनी चाहिए।
क्या ना करें
फोन को लंबे समय तक चार्ज नहीं करना चाहिए। इससे ओवरहीटिंग हो सकती है। फोन को चार्जिंग पर लगाने पर यह ध्यान देना चाहिए कि वह पूरा चार्ज हो गया है या नहीं। 100 फीसद चार्ज होने पर तुरंत चार्जिंग से हटा देना चाहिए। स्मार्टफोन को सीधे धूप या किसी गर्म जगहों पर नहीं रखना चाहिए। कार के डैशबोर्ड पर ज्यादा समय तक नहीं रखना चाहिए। इससे हीटिंग बढ़ने की संभावना हो सकती है। फोन को खराब होने पर हमेशा किसी अधिकृत सेंटर पर ही रिपेयर कराना चाहिए। यह ध्यान देना जरूरी है कि इसकी सर्किट और ओरिजिनल पार्ट्स पर असर न हो।