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क्वारंटाइन में कौन है बेस्ट वीडियो चैटिंग ऐप, गूगल हैंगआउट या फिर जूम, जानें यहां

Updated Apr 27, 2020 | 17:26 IST

Zoom or Google Hangouts: लॉकडाउन में दोस्त और कलीग से जुड़े रहने के लिए लोग इन दिनों गूगल हैंगआउट और जूम का काफी इस्तेमाल कर रहे हैं। इन ऐप के जरिए आप आसानी वीडियो चैट कर सकते हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
Zoom or Google Hangouts:
मुख्य बातें
  • लॉकडाउन में वीडियो चैट के लिए बेस्ट है ये ऐप।
  • जानिए गूगल हैंगआउट और जूम में से कौन है बेस्ट ऐप।
  • कोरोना वायरस की वजह से ज्यादातर लोग इन दोनों ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं।

लॉकडाउन की इस परिस्थिति में लोग अपने-अपने घरों में रहने को मजबूर हैं। इनदिनों दोस्त और रिश्तेदारों से भी मिलना-जुलना बंद है, लोग अपने घर से ही काम कर रहे हैं। ऐसे हालात में लोग नए-नए तरीके अपना रहे हैं, जहां वह एकदूसरे से जुड़े रहें। इसके अलावा वर्क फ्रॉम होम के दौरान ऑफिस मीटिंग या फिर कलीग से जुड़े रहने के लिए इन दिनों वीडियो चैट का इस्तेमाल किया जा रहा है। वीडियो चैट के जरिए वह मीटिंग ही नहीं बल्कि चीजों को भी शेयर करने में आसानी होती है।

वीडियो की चैट की बात हो तो इन दिनों गूगलहैंगआउट और जूम ऐप काफी ट्रेंड में है। दोनों ऐप में बहुत सारी ऐसी विशेषताएं हैं, जिसने लोगों के काम को बेहद आसान बना दिया है। ऑफिस अक्सर कर्मचारी दूसरे कर्मचारी से किसी मुद्दे को लेकर बातचीत या फिर किसी टॉपिक को समझना चाहता है तो इसके लिए गूगल हैंगआउट और जूम ऐप एक बेहतर ऑप्शन है। लेकिन सवाल है कि दोनों वीडियो चैट ऐप गूगल हैंगआउट और जूम में बेहतर कौन है।

गूगल हैंगआउट
गूगल हैंगआउट अपने यूजर्स को दुनियाभर में एक दूसरे से संपर्क करने, वीडियो चैट करने करने की सुविधा प्रदान करता हैं। यह फ्री वीडियो, ऑडियो कॉल और ग्रुप मैसेजिंग ऐप है। कॉल शुरू करने के लिए आपको बस एक गूगल अकाउंट होना चाहिए, लेकिन अगर आप चाहे तो इसके बिना भी इस्तेमाल कर सकते हैं। गूगल हैंगआउट में अधिकतम 150 लोगों को चैट के लिए आमंत्रित कर सकते हैं, लेकिन वीडियो कॉल के लिए अधिकतम 25 लोग ही शामिल कर सकते हैं।

बता दें कि साथ में मीटिंग के लिए अक्सर बाकी कलीग को मेल के जरिए आमंत्रित करना पड़ता था, लेकिन गूगल हैंगआउट ने लोगों के काम को आसान बना दिया है। अब जीमेल कॉन्टैक्ट लिस्ट पर टैप कर उन्हें शामिल कर सकते हैं या फिर सीधे उन्हें हैंगआउट पर मिलने के लिए बुला सकते हैं। अगर सहयोगी के पास गूगल अकाउंट है तो मीटिंग में अपने आप एड हो जाएंगे।

लॉकडाउन की इस स्थिति में गूगल ने लोगों को बिजनेस और स्कूलों से जुड़े रहने में मदद के लिए अपने बिजनेस वर्जन गूगल हैंगआउट मीट फीचर की सुविधा भी दे रहा है। इसके जरिए मीटिंग में एक साथ 250 लोगों को जोड़ सकते हैं। इसके साथ ही एक डोमेन के भीतर 100,000 दर्शकों के लिए लाइव स्ट्रीमिंग का समर्थन भी किया जाता है और आप मीटिंग रिकॉर्ड कर सकते हैं।आप 30 सितंबर तक फ्री टूल्स का फायदा उठा सकते हैं। 

जूम ऐप
कोरोना वायरस की वजह से ज्यादातर लोग इन दिनों विडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर आप जूम ऐप इस्तेमाल करने जा रहे हैं तो इस ऐप की दो बातों के बारे में जरूर जान लें। पहला कि ये ऐप एक समय में 10 से अधिक लोगों के साथ वीडियो कॉलिंग की अनुमति देता है और दूसरा कि जूम ऐप आपको ग्रुप वीडियो कॉल करने की अनुमति देता है लेकिन उसकी सीमा सिर्फ 40 मिनट होती है। ऐसे में अगर आप मीटिंग करना चाहते हैं कि जूम आपके लिए बेहतर ऑप्शन नहीं है। 

वहीं बात जब बेसिक प्लान की है तो आप एक बार में 100 लोगों से बात कर सकते हैं। ऐसे में आप चाहे तो दोस्त, रिश्तेदार या फिर कलीग से बिना किसी समय सीमा के बात कर सकते हैं। एक हजार लोग सिंगल जूम वीडियो कॉल ऐप में हिस्सा ले सकते हैं और 49 वीडियो एक बार में स्क्रीन पर दिखाई दे सकता है। आप आसानी से जूम ऐप को साइनअप कर सकते हैं। अगर आप चाहे तो इसे मैनुअली ईमेल के जरिए एक अकाउंट बनाए या फिर फेसबुक या गूगल के जरिए साइन-इन करें।

दोनों में कौन है बेहतर
जूम और गूगल हैंगआउट के फीचर और टूल्स लगभग एक जैसे हैं। बात करें Google Hangouts Meet की तो यह थोड़ा अधिक सुविधाजनक है क्योंकि यह हर G Suite अकाउंट के साथ आता है और अगर आप लोगों को कॉल पर जोड़ना चाहते हैं जैसे वीडियो चैट तो गूगल कोई चार्ज नहीं लेता है, इसलिए यह अधिक प्रभावी है।

वहीं विडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम मीटिंग के लिए बेस्ट ऑप्शन है, इस ऐप के जरिए आप कई लोगों को शामिल कर सकते हैं। लेकिन इस ऐप में फ्री सेवा सीमित है और सिक्योरिटी के लिहाज से भी इसे सुरक्षित नहीं बताया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ऐप के जरिए कोई भी जानकारी आसानी से हैकर्स तक पहुंच सकती है। ऐसे में कई कपंनियों ने अपने कर्मचारी को जूम ऐप इस्तेमाल न करने की सलाह दी है।