- ओडिशा के बिप्लब कुमार और अनीता ने की अनोखी शादी
- दोनों ने संविधान की शपथ लेकर एक-दूसरे को अपनाया
- शादी में रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया। 36 यूनिट रक्त एकत्र हुआ
नई दिल्ली: ओडिशा में एक युवा जोड़े ने अलग तरीके से शादी कर एक उदाहरण पेश किया है। उनकी शादी ना किसी पुजारी ने करवाई और न ही उनकी शादी में मंत्रों का जाप हुआ। बिप्लब कुमार और अनीता ने संविधान की शपथ लेकर दोनों को एक-दूसरे का जीवनसाथी बनाया। दोनों ने बेहद साधारण तरीके से शादी की। इसके अलावा उन्होंने इस मौके पर रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया।
बिप्लब और अनीता ने मेहमानों और रिश्तेदारों की उपस्थिति में शादी की। ये शादी ओडिशा के बहरामपुर में हुई। दोनों के अलावा शादी में आए मेहमानों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। शादी में कुल 36 यूनिट खून एकत्र हुआ।
बिप्लब के पिता मोहन राव ने कहा, 'मैं तर्कवादी हूं और पुरानी धार्मिक प्रथाओं में विश्वास नहीं करता। हमने इसे सरल रखा और एक अनोखे तरीके से शादी को सफल बनाया।'
इस मौके पर दूल्हे ने कहा, 'सभी को दहेज से बचना चाहिए। साधारण विवाह पर्यावरण के अनुकूल होते हैं क्योंकि वहां कोई पटाखे या तेज संगीत नहीं होता है। अपनी शादी में हमने बारातियों से परहेज किया। सभी को एक नेक काम के लिए रक्तदान करना चाहिए।'
अनीता ने भी इस बात पर खुशी जाहिर की कि वो अलग तरीके से अपने नए जीवन की शुरुआत कर रही हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे खुशी है कि मैंने अपना नया जीवन रक्तदान शिविर के आयोजन के नेक कार्य के साथ शुरू किया। विधवाओं ने भी इसमें भाग लिया। इस तरह की शादियां दूसरों के लिए एक मिसाल बननी चाहिए।'
बिप्लब (31) एक फार्मास्युटिकल फर्म के लिए काम करते हैं और अनीता (23) एक सहायक नर्स के रूप में काम करती हैं।