- बकरीद के मौके पर सुर्खियों में बना हुआ 148 किलो का बकरा
- पंजाब से खासतौर पर भिलाई मंगाया गया है बकरा, देखने के लिए उमड़ी भीड़
- इस बकरे की कीमत डेढ़ लाख से अधिक है कीमत
नई दिल्ली: ईद का त्यौहार मुस्लिम समुदाय के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। बकरीद के मौके पर मुस्लिमों के घर पर कुर्बानी देने की प्रथा है। इस वर्ष दुनियाभऱ में 31 जुलाई को ईद मनाई जा रही है हालांकि, दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम की मानें तो देश में 01 अगस्त को बकरीद मनाई जाएगी। बकरीद के मौके पर इस बार पिछले वर्षों की तरह बाजारों से रौनक गायब है। कुर्बानी वाले बकरों की बिक्री में भी गिरावट आई है। इन सबके बीच छत्तीसगढ़ का एक बकरा इन दिन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। 8 फुट से अधिक की लंबाई वाले इस बकरे का वजन 148 किलो है।
बकरे को देखने के लिए उमड़ी भीड़
'आज तक' की खबर के मुताबिक, इस बकरे को देखकर हर कोई हैरान है। पंजाब से खासतौर पर भिलाई मंगवाये गए इस बकरे को देखने के लिए लोगों का हूजूम उमड़ पड़ा है। इस नस्ल के बकरे प्राय: कम ही देखने को मिलते हैं ऐसे में इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ना स्वाभाविक है। कोरोना के इस दौर में राशन और घरेलू सामान ही नहीं बल्कि बकरे भी ऑनलाइन मिल रहे हैं।
डेढ़ लाख से ज्यादा कीमत
इस 8 फुट के बकरे की कीमत जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। कई विशेषताओं से लैस इस बकरे को भिलाई के फरीद नगर निवासी आई अहमद उर्फ लाल बहादुर मालिक ने खरीदा है जिसकी कीमत एक लाख तिरपन हजार (1.53 लाख रुपये) रुपये है। इतना ही नहीं 148 किलों के इस बकरे को एक राज्य से दूसरे राज्य यानि पंजाब से भिलाई लाने में 23 हजार रुपये का खर्च आया है।
बकरे की विशेषता यह है कि यह घास खाने के साथ-साथ सब्जिया और फल-फूल भी चाव से खाता है। आपको बता दें कि देश के कुछ हिस्सों में लोगों को कड़े स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों के साथ मस्जिदों में ईद की नमाज में शामिल होने की अनुमति दी गई है। लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा।