नई दिल्ली : चीन के वुहान से शुरू हुए जानलेवा कोरोनावायरस से अब तक लगभग 3000 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 80 हजार से भी ज्यादा लोग इससे प्रभावित हैं। दुनिया का करीब 64 देश इस वायरस से पीड़ित बताया जा रहा है। इसी सप्ताह पांच नए देशों ने कोरोना वायरस के पहले पीड़ितों की पुष्टि की जिसके बाद उन देशों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि वायरस का खतरा अन्य देशों में भी फैल सकता है। रविवार को अमेरिका में कोरोनाय वायरस से एक व्यक्ति की मौत हो गई जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने नागरिकों पर चीन व इरान की यात्रा करने पर लगा दी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चीन के बाद इरान में सबसे ज्यादा इस वायरस से लोग प्रभावित हैं।
सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाह
इसके फैलने की क्या वजहें है और इससे बचने के क्या उपाय हैं इसे लेकर सोशल मीडिया पर सूचनाओं की बाढ़ सी आ गई है। जानकारी के मुताबिक यह जानवरों से फैलने वाला वायरस है हालांकि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन या किसी भी वैज्ञानिकों के द्वारा इसकी कोई पुष्टि नहीं की गई है।
गोरखपुर में चिकेन मेला का आयोजन
कई देशों में इसे लेकर तमाम तरह के अफवाह फैल रहे हैं ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भी हुआ। शनिवार को पोल्ट्री फार्म असोसियेशन ने चिकेन मेला का आयोजन किया इसके पीछे उद्देश्य ये था कि लोगों के मन से ये अफवाह दूर किया जाए कि कोरोना वायरस मुर्गियों या चिकेन से फैल रहा है।
30 रुपए प्रति प्लेट बिक रहा डिश
असोसियेशन के प्रेसीडेंट विनीत सिंह ने बताया कि लोगों ने कोरोना वायरस के डर से पिछले एक महीने से चिकेन, मटन व फिश खाना छोड़ दिया है। हमने इश मेला के लिए हजार किलोग्राम चिकेन बनवाया है और पूरा स्टॉक खत्म हो गया है। मेला गोरखपुर रेलवे स्टेशन के सामने लगाया गया था। इस में लोगों की भारी भीड़ जुटी क्योंकि यहां पर मात्र 30 रुपए में एक प्लेट चिकेन दिया जा रहा था।