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CM अमरिंदर सिंह ने 5 साल की बच्ची संग बनाया टिकटॉक वीडियो, दिया ये बेहद अहम संदेश

Updated May 09, 2020 | 16:14 IST

Punjab CM and TikTok star Noor: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने एक पांच साल की बच्ची के साथ टिकटॉक वीडियो बनाया है।

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मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और टिकटॉक स्टार नूर।

नई दिल्ली: लॉकडाउन के बीच देशभर में पांच साल की एक बच्ची टिकटॉक स्टार बन गई है। बच्ची का नाम नूरप्रीत कौर है। हालांकि, बच्ची नूर के नाम से ज्यादा मशहूर है। पंजाब के मोगा जिले की रहने वाली नूर की चर्चा दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। कम ही वक्त में नूर की शोहरत पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तक भी पहुंच गई। मुख्यमंत्री ने अब बच्ची के साथ खुद एक टिकटॉक वीडियो बनाया है। इस वीडिया में मुख्यमंत्री ने नूर के साथ मिलकर लोगों को कर्फ्यू में दी गई ढील का गलत प्रयोग न करने का संदेश दिया है। उन्होंने साथ ही लोगों को नियमों का पालन करने के लिए भी प्रेरित किया। बता दें कि पंजाब में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है।

'गांव के युवक बाहर घूमने लगे हैं' 

नूर वीडियो में एक सिख लड़के का किरदार निभा रही है, जो कर्फ्यू में ढील दिए जाने के बाद गांव में क्रिकेट खेलने बाहर निकले कुछ युवकों की शिकायत मुख्यमंत्री से करता है। वीडियो में लड़का युवकों से कहता है, 'ए कर्फ्यू घूमन लायी नहीं खुलेया हैगा।' लड़का कहता है कि वह इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करेगा। वह मुख्यमंत्री से कहता है, 'सीएम सर, जब से कर्फ्यू में ढील दी गई है, हमारे गांव के युवक बाहर घूमने लगे हैं।' इस पर मुख्यमंत्री उत्तर देते हैं, 'मैं उनसे जरूर बात करूंगा और तुम बताना कि कौन बात नहीं मान रहा।' वीडियो में मुख्यमंत्री युवकों से बाहर नहीं जाने को कह रहे हैं। वह लोगों को बाहर जाने से रोकने पर नूर की प्रशंसा भी कर रहे हैं। 


भट्ठा मजदूर हैं नूर के माता-पिता 

नूर के पिता सतनाम सिंह और मां जगवीर कौर ईंट भट्ठे पर काम करते हैं। मजदूर माता-पिता अपनी बेटी नूर की लगातार बढ़ रही लोकप्रियता को से काफी खुश हैं। नूर इतनी फेमस हो चुकी है कि मोगा पुलिस ने भी उसके साथ वीडिया बनाया है। ये सब देखकर नूर भी खुश है। एनबीटी के मुताबिक, नूर ने बताया, 'मुझे ऐक्टिंग पसंद है। जो कुछ संदीप अंकल कहते हैं, मैं वही कहती हूं।' उसकी बहन जशनप्रीत ने बताया, 'पहले हमारे रिश्तेदार, दोस्त हमसे बात नहीं करते थे। मगर आज हमारे माता-पिता को फोन करते हैं। उनसे पूछते हैं कि क्या नूर को कुछ दिनों के लिए अपने घर ले जा सकते हैं।'