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योगी के सत्ता में लौटते ही खौफजदा अपराधी, कहा- 'सरेंडर कर रहा हूं, गोली मत मारो', वीडियो वायरल

Updated Mar 16, 2022 | 16:04 IST

यूपी में एक बार फिर बीजेपी की वापसी हुई है। योगी आदित्यनाथ के शपथ से पहले अपराधी खौफ में दिखाई दे रहे हैं। तभी तो गोड्डा में एक क्रिमिनल अलग अंदाज में सरेंडर करने के लिए थाने पहुंचा।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
अनोखे अंदाज में सरेंडर करने पहुंचा अपराधी
मुख्य बातें
  • यूपी में प्रचंड बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी की सत्ता में वापसी
  • योगी आदित्यनाथ के दोबारा आने से अपराधियों में खौफ
  • सरेंडर करने पहुंचे अपराधी का वीडियो वायरल

उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी सत्ता में वापस आई है। लेकिन, योगी आदित्यनाथ के शपथ लेने से पहले अपराधियों में खौफ हैं। तभी तो एक नामी अपराधी सरेंडर करने के लिए थाने पहुंच गया। इतना ही नहीं उसने कहा कि मैं आत्मसमपर्ण कर रहा हूं, मुझे गोली मत मारो। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इतना ही नहीं लोग इस मामले पर जमकर चटकारे भी ले रहे हैं। तो आइए, जानते हैं क्या है पूरा मामला? 

वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के गोड्डा का है। अपहरण और 25,000 रुपए का इनाम वाला आरोपी गोंडा के एक पुलिस थाने में गले में तख्ती लटकाए पहुंचा और उस पर एक संदेश लिखा था- मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं, कृपया मुझ पर गोली मत चलाना। नाटकीय सरेंडर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। पिछले हफ्ते योगी आदित्यनाथ सरकार के सत्ता में लौटने के बाद यह इस तरह का पहला आत्मसमर्पण है। बताया जा रहा है कि अपराधी गौतम सिंह और दो अन्य साथियों पर चिकन चारा कारोबारी को अगवा करने और उसकी रिहाई के लिए 20 लाख रुपए की फिरौती मांगने का आरोप है। गोंडा के एसपी संतोष मिश्रा ने कहा कि 7 मार्च को अपहरण के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की और दो आरोपियों जुबैर और राज कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मुख्य आरोपी गौतम सिंह फरार था।

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खौफजदा अपराधी ने किया सरेंडर

एसपी मिश्रा ने कहा कि हमने सिंह पर सुराग का पता लगाने के लिए 25,000 रुपए के इनाम की घोषणा की और जैसे ही जिले भर में पुलिस की छापेमारी शुरू हुई, वह अपने भाई अनिल के साथ छिप गया और बाद में छपिया थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। गौतम समेत गिरोह के सदस्यों ने कारोबारी शील प्रकाश को उसकी दुकान से अगवा कर तीन घंटे तक कार में बंधक बनाकर रखा और उसकी रिहाई के लिए 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी।