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मरते- मरते चार लोगों को 'नई जिंदगी' दे गई यह महिला, परिजनों के लिए आसान नहीं था फैसला

Updated May 29, 2021 | 09:39 IST

organ donation in delhi:दिल्ली के एक परिवार ने अपने घर में एक ब्रेन डेड महिला के अंगों का दान करके 4 लोगों को नई जिंदगी दी है, इस कदम की लोग खासी तारीफ कर रहे हैं।

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महिला को बचाने के सभी प्रयासों के बाद, उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया (फोटो साभार-istock)
मुख्य बातें
  • महिला का गुर्दा 58 साल के एक व्यक्ति को लगाया गया
  • एक किडनी एक अन्य मरीज को अस्पताल में ही ट्रांसप्लांट की गई
  • अन्य अंग दिल्ली एनसीआर के अन्य अस्पतालों में भेजे गए हैं

organ donation of brain dead woman: राजधानी दिल्ली में 43 साल की एक ब्रेन डेड महिला के परिजनों ने अंग दान किया जिससे चार लोगों को जीवन दान मिला है सर गंगा राम अस्पताल में ये कार्य किया गया महिला इसी अस्पताल में भर्ती थी। सर गंगा राम अस्पताल ने बयान जारी कर बताया कि महिला का गुर्दा 58 साल के एक व्यक्ति को जबकि एक किडनी एक अन्य मरीज को अस्पताल में ही ट्रांसप्लांट की गई।

अन्य अंग दिल्ली एनसीआर के अन्य अस्पतालों में भेजे गए हैं।अस्पताल ने बताया कि महिला को उच्च रक्तचाप था और अचानक उसने उल्टी करनी शुरू कर दी,महिला को सिर में तेज दर्द हुआ इसके बाद 20 मई को उसे सर गंगाराम अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में लाया गया।

भर्ती करने की प्रक्रिया के दौरान महिला की हालत बिगड़ने लगी इसके बाद आगे की जांच में महिला के मस्तिष्क में गंभीर रक्तस्राव का पता चला । महिला को बचाने के सभी प्रयासों के बाद, उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया, महिला में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि नहीं हुयी थी।

परिवार ने हिम्मत दिखाई और आगे बढ़कर अंगदान के लिए तैयार हो गया

महिला अपने पीछे एक 21 वर्षीय बेटे और पति को छोड़ गई है डाक्टरों ने उनके परिवार को राय दी कि अगर वे चाहें तो महिला के अंगदान कर अन्य कई जरूरतमंद लोगों को नई जिंदगी दे सकते हैं जो कई सालों से किडनी, लिवर आदि का इंतजार करते हुए जिंदगी के लिए जूझ रहे हैं इसके बाद परामर्श परिवार ने हिम्मत दिखाई और आगे बढ़कर अंगदान के लिए तैयार हो गया।

बहुत लोगों को है लंबे समय से है 'अंगदान' का इंतजार

अस्‍पताल के डॉक्टरों की एक टीम ने अंगों को निकाला और एक 58 साल के व्यक्ति में लिवर ट्रांसप्लांट किया गया था, जो करीब दो साल से अधिक समय से वेंटिग लिस्ट में थे, उन्होंने तो अपने जिंदा बचने की उम्मीद ही छोड़ दी थी,  ब्रेन डेड होने के बाद महिला का हार्ट एम्स में एक मरीज को लगाया गया, यह अंगदान उन्हें नया जीवन दे गया।