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अजब: सामने से गाड़ी आते ही भारत की इस सड़क से बजने लगता है हॉर्न, हैरान रह गई दुनिया

Updated Jun 26, 2022 | 17:58 IST

Accidents Avoiding Technique: साल 2017 में हिंदुस्तान पेट्रोलियम और लिओ बर्नेट ने घुमावदार सड़कों पर एक्सीडंट से बचने के लिए एक यूनिक आइडिया डेवलप किया था। इसके तहत घुमावदार सड़कों पर गाड़ियों के बजाय सड़क ही हॉर्न बजाने लगते हैं। इस सिस्टम के सामने आने के बाद एक्सीडेंट्स में काफी कमी आई है।

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तस्वीर साभार:&nbspYouTube
सड़क पर खास तकनीक
मुख्य बातें
  • घुमावदार सड़क पर लगाई गई है खास तकनीक
  • साल 2017 में सड़क पर लगाया गया खास सिस्टम
  • अपने आप सड़क से बजने लगता है हॉर्न

Accidents Avoiding Technique: हर रोज दुनियाभर में सड़क एक्सीडेंट से हजारों मौतें होती हैं। जिस तरह विज्ञान तरक्की करता जा रहा है, उससे सड़कों पर भी कई तकनीक आ गई हैं। पहाड़ी इलाकों में एक्सीडेंट होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है, क्योंकि इन इलाकों में सड़कें घुमावदार होती हैं। इससे अक्सर मोड़ पर दो गाड़ियों में भिड़ंत हो जाती है। इस तरह के एक्सीडेंट से बचने के लिए भारत में कई जगहों पर एक एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है।

सड़कों पर एडवांस तकनीक

साल 2017 में हिंदुस्तान पेट्रोलियम और लिओ बर्नेट ने घुमावदार सड़कों पर एक्सीडंट से बचने के लिए एक यूनिक आइडिया डेवलप किया था। इसके तहत घुमावदार सड़कों पर गाड़ियों के बजाय सड़क ही हॉर्न बजाने लगते हैं। इस सिस्टम के सामने आने के बाद एक्सीडेंट्स में काफी कमी आई है। सबसे पहले इस तकनीक का इस्तेमाल जम्मू और श्रीनगर को जोड़ने वाले NH 1 पर हुआ था। NH 1 पर रास्ते बहुत घुमावदार हैं। ऐसे में पता नहीं चल पाता था कि सामने से कोई गाड़ी आ रही है या नहीं। देखें वीडियो-

सड़कों से आती है आवाज

घुमावदार रास्तों पर कई बार ड्राइवर्स हॉर्न बजाना भूल जाते थे। इससे भीषण एक्सीडेंट होने के चांसेस रहते थे। ऐसे में इस नई तकनीक ने बहुत ही असरदार काम किया। इसमें सड़कों के टार्न कोने के आसपास स्मार्ट लाइफ पोल्स लगाए गए। जैसे ही कोई गाड़ी इनके पास पहुंचती है। वैसे ही सड़क हॉर्न बजाने लगती है, यानी सड़क से आवाज आने लगती है। इससे दूसरी तरफ का ड्राइवर सचेत हो जाता है। इस तरह कोई भी भयानक हादसा टल जाता है। इस तकनीक को अब देश के अन्य सड़कों पर भी लगाए जाने का प्लान है। रोहतांग पास से लेकर लेह मनाली हाईवे पर भी इस तरह की तकनीक लगाई जाने की प्लानिंग है।