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आइसक्रीम खाती ईरानी महिला ने ऐसा क्या किया था कि सरकार ने महिलाओं को विज्ञापन से किया बैन, देखें Video

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Updated Aug 05, 2022 | 16:12 IST

विज्ञापन में ईरानी महिला को आइसक्रीम खाते दिखाया गया था। इसके बाद ईरान में मौलवियों ने बवाल मचा दिया है। मौलवियों ने आइसक्रीम निर्माता कंपनी डोमिनोज पर अधिकारियों से केस चलाने की बात कह दी।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
आइसक्रीम ऐड
मुख्य बातें
  • ईरान में विज्ञापन नहीं कर सकतीं महिलाएं
  • सरकार ने महिलाओं पर लगाया बैन
  • आइसक्रीम खाती महिला के ऐड पर बवाल

ईरान में एक महिला ने आइसक्रीम का ऐड क्या किया, सरकार ने पूरे देश में महिलाओं के ऐड करने पर ही रोक लगा दी है। ईरान के संस्कृति और इस्लामिक मार्गदर्शन मंत्रालय ने विज्ञापनों में महिलाओं के आने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। दरअसल, एक ऐड में ईरानी महिला को आइसक्रीम खाते दिखाया गया था। इस ऐड के बाद ईरान में बवाल मच गया था। अधिकारियों का कहना है कि आइसक्रीम वाला ऐड 'सार्वजनिक शालीनता के खिलाफ' है। यह महिलाओं के मूल्यों का अपमान करता है।

संस्कृति और इस्लामी मार्गदर्शन मंत्रालय ने आर्ट और सिनेमा स्कूलों को इस बाबत एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि 'हिजाब और शुद्धता नियमों' के अनुसार, किसी भी महिला को किसी तरह के विज्ञापन में शामिल होने की अनुमति नहीं है। बता दें कि संस्कृति मंत्रालय ने कट्टर इस्लामी मौलवियों के कहने पर महिलाओं के विज्ञापन करने पर रोक लगाई है। दरअसल, आइसक्रीम वाले विज्ञापन में एक महिला ढीला-ढाला हिजाब पहनी नजर आ रही है और वह आइसक्रीम खाते देखी जा सकती है। देखें वीडियो- 

आइसक्रीम वाले विज्ञापन पर भड़के मौलवी

आइसक्रीम वाले विज्ञापन पर ईरानी मौलवी इतना भड़क गए कि उन्होंने आइसक्रीम निर्माता कंपनी डोमिनोज पर अधिकारियों से केस चलाने की बात कह दी। इसके बाद ही संस्कृति और इस्लामी मार्गदर्शन मंत्रालय ने देश के आर्ट और सिनेमा स्कूलों को पत्र लिखा। इस पत्र में यह भी कहा गया है कि महिलाओं को विज्ञापन करने पर रोक सांस्कृतिक क्रांति की सर्वोच्च परिषद के फैसलों के तहत लिया गया है। इस फैसले को ईरान के नियमों पर आधारित बताया गया है।

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पत्र में बताया गया कि ऐसा नियम देश में लंबे समय से लागू है। इसके तहत महिलाओं को ही नहीं बल्कि बच्चों और पुरुषों को भी 'इंस्ट्रूमेंटल यूज' के तौर पर दिखाने पर रोक है। बता दें कि साल 1979 में इस्लामी क्रांति के बाद ईरान में महिलाओं के लिए हिजाब जरूरी कर दिया गया है। इस्लामी क्रांति के बाद देश में धार्मिक रूढ़िवादी कानूनों को तेजी से लागू किया गया है। वहीं जब महिलाएं इन नियमों का विरोध करने का प्रयास करती हैं तो प्रशासन उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करता है।