- कोरोना संकट को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द किया
- उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि 11वीं के प्राप्तांक के आधार पर बनेगा रिजल्ट
- यूपी है दुनिया का सबसे बड़ा बोर्ड, परीक्षा रद्द होने से छात्रों ने ली राहत की सांस
लखनऊ : कोरोना संकट को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को अपनी 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द करने का फैसला किया। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने इस साल परीक्षा रद्द करने की जानकारी दी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों के 12वीं का रिजल्ट 11वीं कक्षा में मिले प्राप्तांकों के आधार पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि छात्रों का हित उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता है। यूपी में इस साल 56 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों ने बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था। यूपी विश्व का सबसे बड़ा बोर्ड है।
परीक्षा रद्द होने के बाद बनने लगे मजेदार मीम्स
यूपी सरकार 10वीं की परीक्षा पहले ही रद्द कर चुकी है। बता दें कि सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर चुके हैं। इसके बाद राज्य सरकारें भी अपनी इंटरमीडिएट की परीक्षाएं रद्द कर रही हैं। यूपी में 12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद छात्रों ने राहत की सांस ली है। वहीं, परीक्षा रद्द होने के बाद मजाकिया और दिलचस्प मीम्स भी बनने लगे हैं। कई लोगों ने मजेदार मीम्स ट्विटर पर पोस्ट किए हैं।
ट्विटर पर एक यूजर ने 'पार्टनर' फिल्म का एक दृश्य शेयर कर लिखा है कि इतनी खुशी मुझे आज तक नहीं हुई।
एक यूजर ने वेब सीरीज 'मिर्जापुर' के मुन्ना की तस्वीर शेयर कर लिखा है कि 'मिठाई बांट दीजिए खुशी का माहौल है।'
अंकित कुमार राजपूत नाम के यूजर ने लिखा है, 'सुनो 12वीं वालों अभी तुम लोगों को मैं पास कर रहा हूं। 2024 तक तुम वोट देने लायक हो जाओगे तो हमको भी पास करवा देना।'
इस बीच सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा है कि कक्षा 12वीं के लिए आंकलन मानदंड पर विचार किया जा रहा है। इसमें करीब दो सप्ताह का वक्त लगेगा। विशेषज्ञ सभी संभावनाओं पर विचार करेंगे और उसके बाद एक फैसला होगा।