लाइव टीवी

गरीब मजदूर की बेटी के लिए साक्षात मसीहा बन गए व्यापारी, फिर हुई धूमधाम से शादी 

Updated May 25, 2021 | 00:24 IST

अल्लाहगंज व्यापार मंडल के अध्यक्ष पवन गुप्ता ने बताया कि नगर के व्यापारियों ने आनन-फानन में लालाराम की बेटी को शादी में देने के लिए आभूषण, फ्रिज, बेड तथा अन्य सामग्री का चंद घंटों में इंतजाम कर दिया।

Loading ...
प्रतीकात्मक फोटो

शाहजहांपुर :शाहजहांपुर के अल्लागंज इलाके के एक बुजुर्ग मजदूर के लिए इलाकाई व्यापारी मसीहा बनकर आए और धन की व्यवस्था करके ऐसे समय में उसकी बेटी की धूमधाम से शादी कराई, जब विवाह से एक दिन पहले एक व्यक्ति मदद करने के वादे से पीछे हट गया। शाहजहांपुर जिले के अल्लाहगंज थाना क्षेत्र स्थित गढ़िया मंगोला गांव में रहने वाले 70 वर्षीय लालाराम मजदूरी करके अपने परिवार के सात सदस्यों का खर्चा चलाते हैं।

उनके पास खेत भी नहीं है और मकान के नाम पर महज एक झोपड़ी। बेटी सोनी बड़ी हो गई तो उन्होंने उसकी शादी हरदोई जिले के लखनऊ गांव के निवासी अनुज अग्निहोत्री के साथ तय कर दी।

लालाराम ने बताया कि लॉकडाउन के चलते काम ना मिलने से वह परेशान हैं। उन्होंने अपनी बेटी की शादी काफी पहले ही 23 मई को तय कर दी थी मगर मौजूदा हालात में उनके घर में खाने तक के लाले पड़े थे।

व्यापारियों ने अन्य खर्चों के लिए 50 हजार रुपए की नकद धनराशि भी दी

ऐसे में उन्होंने अपने गांव के ही एक प्रतिष्ठित कहे जाने वाले व्यक्ति से मदद मांगी तो उसने पूरा आश्वासन दिया कि वह थोड़े बारातियों के खाने और कुछ बर्तनों की व्यवस्था करवा देगा। 

लालाराम ने बताया कि विवाह से महज एक दिन पहले ही उस व्यक्ति ने मदद करने से मना कर दिया। इससे मानो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। बहरहाल, उन्होंने अल्लाहगंज कस्बे के व्यापारी दीपक को अपनी व्यथा बतायी जो व्यापार मंडल के अध्यक्ष पवन गुप्ता के कानों तक पहुंची, जिन्होंने गरीब की मदद के लिए संगठन के सहयोगियों को संदेश भेजा। 

इस नेक काम में मुस्लिम व्यापारियों का भी बराबर का सहयोग रहा, व्यापारियों ने अन्य खर्चों के लिए 50 हजार रुपए की नकद धनराशि भी दी। पवन गुप्ता ने बताया कि इसके बाद देवी मंदिर में निर्धारित तिथि को विधिवत तरीके से शादी का आयोजन किया गया। व्यापार मंडल से जुड़े सभी व्यापारियों ने वर-वधू को आशीर्वाद देने के साथ ही आए बारातियों की खातिरदारी भी की तथा अन्य रस्मों के लिये बेटी के पिता को नकद धनराशि तथा सामान भी उपलब्ध करा दिये।