- रमेश शराब बहुत पीते हैं इसी वजह से कालका मंदिर के पास बैठ कर भीख मांगने लगे
- इंदौर में बुजुर्ग रमेश यादव के नाम पर प्लॉट और बंगला भी है
- इंदौर शहर में इनके भतीजे और परिवार के लोग रहते हैं
पिछले महीने मध्य प्रदेश के प्रमुख शहर इंदौर में साफ-सफाई के नाम पर इंदौर नगर निगम के कर्मचारियों ने असहाय बुजुर्गों को डंपर में भर कर शहर से बाहर फेंक दिया था इस घटना का वीडियो सामने आया था। उसके बाद इंदौर की किरकिरी हुई थी कलेक्टर ने इसके लिए माफी मांगी थी। उसके बाद से ही बेसहारा लोगों के लिए शिविर का आयोजन किया गया।
इस शिविर में उनकी काउंसलिंग की जा रही है साथ ही उन्हें अच्छा खाना दिया जा रहा है। एनबीटी की खबर के मुताबिक इंदौर में सड़क किनारे एक करोड़पति बुजुर्ग भीख मांगता हुआ मिला है यह शख्स दो साल से सड़क किनारे ही बैठ कर हर दिन भीख मांगता था भीख में मिले पैसे से ही इसका गुजारा होता था इस शख्स का नाम रमेश यादव है।
बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार की दीनबंधु पुनर्वास योजना के तहत भिक्षुकों और बेसहारा लोगों के लिए शिविर लगे हैं इस शिविर में इंदौर शहर के ऐसे 109 लोगों को लाया गया है इन्हीं में से एक रमेश यादव हैं, जिन्हें परिवार ने ठुकरा दिया है उसके बाद वह सड़क पर भीख मांगने लगे हैं।
एनजीओ संचालिका रूपाली जैन ने बताया कि शराब पीने की वजह से परिवार के लोगों ने इन्हें ठुकरा दिया था उसके बाद से वह इसी हालत में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि रमेश यादव से मिली जानकारी के आधार पर हमारी टीम इनके घर तक पहुंची थी इंदौर शहर में इनके भतीजे और परिवार के लोग रहते हैं। घर जाकर हमारी टीम ने इनके कमरे को जब देखा तो उसमें लाखों रुपये का सामान लगा हुआ था।
रमेश यादव के नाम पर प्लॉट और बंगला भी
इंदौर में बुजुर्ग रमेश यादव के नाम पर प्लॉट और बंगला भी है रूपाली जैन ने बताया कि आज की तारीख में उन सपंत्तियों की कीमत एक करोड़ से अधिक है। मगर इनके पास सीधे तौर पर आय का कोई साधन नहीं है। शराब बहुत पीते हैं। इसी वजह से कालका मंदिर के पास बैठ कर भीख मांगने लगे। भीख में जो रुपये मिलते हैं, उससे यह शराब पीते हैं।
रमेश यादव के परिवार के लोग अब इन्हें रखने को तैयार
रूपाली जैन के अनुसार रमेश यादव के परिवार के लोग इन्हें रखने को तैयार हैं। उन लोगों की एक शर्त है कि यह शराब पीना छोड़ दें तो हमलोग साथ रखने को तैयार हैं।
बेसहारा बुजुर्गों को शहर के बाहर फेंक दिया गया था
दरअसल इंदौर में बीते दिनों इंदौर नगर निगम के कर्मचारियों ने बेसहारा बुजुर्गों को शहर के बाहर फेंक दिया था। उसके बाद इंदौर शहर की खासी बदनामी हुई थी और इस घटना की जमकर आलोचना हुई थी कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी इसपर सवाल उठाए थे।
उसके बाद से ही बेसहारा लोगों के लिए शिविर का आयोजन किया गया इस शिविर में उनकी काउंसलिंग की जा रही है और उनकी हर जरूरत का ध्यान रखा जा रहा है साथ ही अच्छा खान-पान भी दिया जा रहा है।