- इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण नवंबर के महीने में दिखाई देगा
- 10 जून का सूर्य ग्रहण भारत में आंशिक तौर पर सूर्यास्त के समय दिखाई देगा
- इस बार वलयाकार सूर्य ग्रहण दिखाई दे रहा है।
इस समय दुनिया के अलग अलग हिस्सों में लोग सूर्य ग्रहण के अद्भुत नजारे का साक्षी बन रहे हैं। अगर बात भारत की करें तो यहां पर अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख के कुछ हिस्सों में सूर्यास्त के समय दिखाई देगा। भारत में आंशिक तौर पर सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण के दौरान जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता है तो किनारे पर आग का चमकता हुआ आग रिंग नजर आता है। नासा के मुताबिक रिंग ऑफ फायर शानदार नजारा सिर्फ कनाडा, ग्रीनलैंड और उत्तरी रूस के कुछ इलाकों में दिखाई देगा।
आज लगने वाला सूर्य ग्रहण कंकणाकृति सूर्य ग्रहण के रुप में दिखाई देने वाला है और इसे वलयाकार सूर्य ग्रहण भी कहा जाता है। ऐसी स्थिति में सूर्य के बाहर का एरिया प्रकाशित होने के कारण ये कंगन यानी वलय के रुप में चमकता है।
यहां देखें लाइव ग्रहण
ज्योतिषी का कहना है कि ऊर्जा के मूल के स्त्रोत पर ग्रहण लग जाए तो अनिष्ट होना तय है। इससे दुनिया पर काफी प्रभाव पड़ेगा। सूर्य ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव जन-जीवन और प्रकृति पर पड़ता है। देश-दुनिया में युद्ध जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है तब सूर्य ग्रहण लगता है।