चिक्कामगलुरु: एक कुत्ता भगवान अयप्पा के 13 मालाधारी भक्तों के साथ सबरीमाला की तीर्थयात्रा पर निकला है और अब तक भक्तों के साथ 480 किलोमीटर की दूरी तय कर चुका है। भक्त हर साल नंगे पैर सबरीमाला की ओर तीर्थयात्रा करते हैं और इस बार आंध्रप्रदेश के तिरुपति से कर्नाटक में चिक्कामगलुरु के कोट्टिगहरा तक एक आवारा जानवर भी तीर्थयात्रियों के साथ यात्रा कर रहा है।
पहले तो तीर्थयात्रियों ने आवारा जानवर के पीछा करने पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया लेकिन लगातार कई सौ किलोमीटर की यात्रा के बाद उन्होंने उसे सबरीमाला तक अपने साथ यात्रा पर ले जाने का निश्चय किया है। लोगों ने बताया कि कई बार कुत्ते के पैरों में चोटें लगीं और स्थानीय पशु चिकित्सकों द्वारा उसका इलाज भी किया गया।
मुदाबिद्री, दक्षिणा कन्नड़ के निवासी राजेश गुरुस्वामी के नेतृत्व में 31 अक्टूबर को तिरुपति तिरुमाला से कुछ लोगों ने नंगे पैर तीर्थयात्रा शुरु की थी और यहीं से कुत्ता भी इन लोगों के साथ चल पड़ा। रविवार को यह समूह कोट्टिगहरा पहुंच चुका है।
एक भक्त ने कुत्ते के बारे में बात करते हुए कहा, 'शुरुआत में हमने कुत्ते पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया लेकिन जैसे जैसे हम अपनी यात्रा में आगे बढ़ा जानवर हमें लगातार पीछा करते हुए दिखा। इसके बाद हमने उसे अपने लिए लाया गया खाना खिलाना शुरु किया। कुत्ते के गले पर एक पट्टा बांधा है और वह स्वभाव में काफी शर्मीला है।'
भक्त ने आगे कहा, 'हम हर साल सबरीमाला के लिए तीर्थयात्रा करते हैं। जानवर के साथ चलने का यह अनुभव हमारे लिए काफी नया है।'