देहरादून : सरोवर नगरी नैनीताल और पहाड़ों की रानी मसूरी तथा उसके आसपास धनोल्टी सहित अन्य के उंचाई वाले स्थानों में शुक्रवार को मौसम का पहला हिमपात हुआ जिससे पर्यटकों के साथ-साथ व्यावसायियों के भी चेहरे खिल उठे। उधर, केदारनाथ, बदरीनाथ, औली, यमुनोत्री, गंगोत्री, हर्षिल तथा अन्य उंचाई वाले स्थानों पर पिछले दो दिनों से भारी बर्फबारी जारी है।
जबकि रूद्रप्रयाग, टिहरी, देहरादून, पौडी, उत्तरकाशी, चंपावत, अल्मोडा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ सहित ज्यादातर स्थानों पर बारिश हो रही है। इससे पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है।
उत्तराखंड में भारी बर्फबारी और बारिश के कारण चल रही शीतलहर के मद्देनजर एहतियाती कदम उठाते हुए प्रदेश के ज्यादातर स्थानों पर स्कूल बंद रखे गये। यहां राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, भारी बर्फबारी के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई मार्ग यातायात के लिए अवरूद्ध हो गये हैं।
ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग हनुमानचट्टी और फूलचट्टी के पास बर्फबारी के कारण बंद है जबकि टनकपुर-लोहाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग सौन के पास और घाट-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग दिल्ली बैंड के पास बंद है।
सरोवर नगरी नैनीताल में सुबह से हो रहे हिमपात के चलते मॉल रोड तथा अन्य स्थानों पर सैलानियों ने खूब मजे किए। मसूरी तथा उसके पास स्थित देवदार के वृक्षों से घिरे धनोल्टी ने भी बर्फ की सफेद चादर ओढ ली है जहां पर्यटक बर्फ का मजा ले रहे हैं।
ताजा हिमपात से खुश पर्यटक चमोली स्थित प्रसिद्ध स्की रिजार्ट औली की तरफ उमड़ पड़े हैं। बर्फ से लबालब ढलानों पर स्कीइंग का मजा ले रहे हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि बारिश और हिमपात का यह क्रम अगले एक-दो दिन और जारी रह सकता है और फिलहाल ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है।
मौसम विभाग द्वारा आज यहां जारी पूर्वानुमान मे उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने तथा 2200 मीटर और उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर भारी बर्फबारी की संभावना व्यक्त की गयी है।
पूर्वानुमान में चेतावनी दी गयी है कि प्रदेश के 2200 मीटर व उससे अधिक उंचाई वाले उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रमाग, बागेश्वर व पिथौरागढ जिलों के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बर्फबारी तथा देहरादून, टिहरी, नैनीताल, चंपावत व अल्मोडा जिलों में कहीं- कहीं भारी बर्फबारी तथा वर्षा की संभावना है। इन मौसमी दशाओं के मद्देनजर प्रदेश के अधिकारियों को पर्याप्त एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी गयी है।