नई दिल्ली: लैटिन अमेरिका से सबसे बड़े देश ब्राजील में इन दिनों सरकार अपने देश में युवाओं के लगातार सेक्स करने की आदत से परेशान हैं। यहां लगातार एचआईवी एड्स के इन्फेक्शन और शादी से पहले गर्भधारण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सरकार युवाओं को सलाह दे रही है कि पार्टी या फिर मौज मस्ती की किसी जगह पर सेक्स के बिना भी मजा कर सकते हैं। साथ ही सरकार सेक्स को शादी के बाद के लिए बचाकर रखने की सलाह दे रही है। इसे लेकर 'आय चूज टू वेट' नाम का अभियान भी शुरु किया गया है।
ब्राजील के मानवाधिकार और पारिवारिक मंत्री डामारेस एल्वेस ने इस बारे में बयान जारी किया है और युवाओं से संयम बरतने की सलाह दी है। उनका मानना है कि युवा सामाजिक दवाब, परिस्थिति और पुरानी सोच की वजह से सेक्स करने के लिए मजबूर होते हैं। उनका मानना है कि पार्टी जैसे कई मौकों पर सेक्स करने का ट्रेंड बन गया है जो गैरजरूरी चीज है।
'आय चूज टू वेट' मंत्री डामारेस ने चर्च के उन फादर्स से भी मदद और सलाह ली है जिन्हें सोशल मीडिया पर लोग बड़ी संख्या में फॉलो करते हैं। उन्होंने बच्चा पैदा करने के अधिकारों और यौन शिक्षा पर देश में एक नई बहस की शुरुआत की है। विरोधी पार्टी के लोग उनकी पहल का विरोध करते हुए गलत ढ़ंग से यौन शिक्षा देने का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि संयम की बात करके युवाओं को जबरन सेक्स करने से रोकने की सलाह दी जा रही है जोकि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
कई विशेषज्ञों का मानना है कि सेक्स पर संयम को लेकर अब तक जो बातें कही गई हैं या जो नीतियां बनाई गईं हैं वह सफल साबित नहीं हो सकी हैं। साथ ही धार्मिक मान्यताओं के आधार पर सरकारी नीतियों को बनाए जाने को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।