नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश को संबोधित करते हुए 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' के दौरान शाम 5 बजे घरों के दरवाजे, खिड़कियों और बालकनियाों पर आकर 5 मिनट के लिए घंटे, तालियां आदि बजाने की अपील की है उन्होंने कहा है कि दूसरों की सेवा कर रहे लोगों का करतल ध्वनि के साथ आभार व्यक्त करें।
पीएम मोदी की इस कवायद का मकसद उन लोगों का सम्मान करना है जो कोरोना वायरस से जंग में लगातार अपना योगदान दे रहे हैं, ऐसा करके हम उन लोगों की हौसला आफजाई करेंगे जो बगैर किसी लालच के दूसरों की सेवा में मानवता की सेवा में लगे हुए हैं।
इसी को ध्यान में रखते हुए 'जनता कर्फ्यू' (Janta Curfew) से एक दिन पहले ही नोएडा, गाजियाबाद सहित कई जगहों पर लोगों ने ताली, घंटी बजाकर अपना उत्साह दिखा दिया।
पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में अपनी अपील में कहा था कि प्रत्येक भारतवासी सजग रहें, सतर्क रहें, आनेवाले कछ सप्ताह तक, जब बहुत जरूरी न हो अपने घर से बाहर नहीं निकलें इसके अलावा 60 से 65 वर्ष की आयु के ऊपर के व्यक्ति घर के भीतर ही रहें और इस रविवार यानी 22 मार्च को, सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक, जनता-कर्फ्यू का पालन करें
प्रधानमंत्री की यह अपील देशभर में लोग एक से दूसरे तक पहुंचा रहे हैं ताकि इसे सफल बनाया जा सके, प्रधानमंत्री ने यह अपील उन लोगों के सम्मान में की है जो कोरोना वायरस से जंग में लगातार अपना योगदान दे रहे हैं।
हाल ही में गुरुग्राम के लोगों ने किया था 'गायत्री मंत्र' का जाप
हरियाणा के गुरुग्राम के कुछ निवासियों ने हाल ही में अपनी फ्लैट की बालकोनियों से 'गायत्री मंत्र' (Gayatri Mantra) का जाप किया था। खासी मधुर आवाज़ों में हैमिल्टन कोर्ट सोसाइटी, सेक्टर-28, गुरुग्राम के निवासियों ने 'गायत्री मंत्र' का जाप किया था और अपने घरों की बालकनियों से ''हम होंगे कामयाब'' भी गाया था।
व्हाट्सएप संदेशों के माध्यम से लगातार हो रही नकारात्मकता से लड़ने के लिए हैमिल्टन कोर्ट के निवासी एक साथ आए। निवासियों ने सकारात्मकता फैलाने के लिए तिरंगा लहराया और हम होंगे कामयाब भी गाया।
शाम 6 बजे, निवासियों ने अपनी बालकनियों में खड़े होकर भारतीय तिरंगे को लहराया था। शंख और घंटियों की आवाज के बीच निवासियों ने सुंदर सुखदायक आवाज़ों में गायत्री मंत्र का जाप किया था।
पांच मिनट का वो समय चारों ओर सकारात्मकता फैलाने वाला हो गया। उन्होंने कहा कि वो 5 मिनट एकदम अद्भुत थे और बाद में "हम होंगे कामयाब... हर बालकनी से गूंज रहा था।