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बम की तरह फट सकता है आपका स्मार्टफोन, भूलकर भी ना करें ये गलतियां!

Updated Jul 22, 2022 | 18:55 IST

मुमकिन है कि आपने कई बार स्मार्टफोन ब्लास्ट होने की घटनाएं सुनी होगी। ये घटनाएं बैटरी फटने की वजह से होती हैं। वैसे तो ये घटनाएं सामान्य नहीं हैं। लेकिन, किसी भी स्मार्टफोन यूजर के साथ कभी भी घट सकती हैं। बैटरी फटने की घटना सिर्फ सस्ते ब्रैंड के फोन्स के साथ ही नहीं बड़े ब्रैंड के फोन्स के साथ भी होती रहती हैं।

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Photo Credit- iStock
मुख्य बातें
  • ये घटनाएं बैटरी फटने की वजह से होती हैं
  • बैटरी के ओवरहीट होने की एक बड़ी वजह ओवरनाइट चार्जिंग भी हो सकती है
  • प्रोसेसर भी फोन के हीट होने की वजह बन सकता है

मुमकिन है कि आपने कई बार स्मार्टफोन ब्लास्ट होने की घटनाएं सुनी होगी। ये घटनाएं बैटरी फटने की वजह से होती हैं। वैसे तो ये घटनाएं सामान्य नहीं हैं। लेकिन, किसी भी स्मार्टफोन यूजर के साथ कभी भी घट सकती हैं। बैटरी फटने की घटना सिर्फ सस्ते ब्रैंड के फोन्स के साथ ही नहीं बड़े ब्रैंड के फोन्स के साथ भी होती रहती हैं। ऐसे में अगर आप भी एक स्मार्टफोन यूजर हैं तो ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। आइए जानते हैं इस बारे में। 

क्यों स्मार्टफोन में होता है ब्लास्ट? 

मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट: 

फोन के फटने की मुख्य वजह मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट होती है। हैंडसेट में इस्तेमाल की जाने वाली लिथियम आयन बैटरी को ग्राहकों तक पहुंचाने से पहले अच्छे से टेस्ट करना जरूरी होता है। गलत कंपोनेंट के इस्तेमाल या असेंबली लाइन में किसी भी तरह की गड़बड़ी फोन के फटने की वजह बन सकती है। ऐसा आमतौर पर तब होता है जब बैटरी के अंदर मौजूद सेल्स क्रिटिकल टेम्परेचर तक पहुंच जाते हैं। 

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बैटरी का फिजिकली डैमेज होना:

बैटरी के फटने की दूसरी वजह बैटरी की फिजिकल कंडीशन हो सकती है। जैसे अगर कभी फोन गिर जाए तो संभव है कि इससे बैटरी डैमेज हो सकता है। इससे बैटरी को मैकेनिकल तौर पर नुकसान पहुंच सकता है। साथ ही बैटरी का केमिकल स्ट्रक्चर भी चेंज हो सकता है। फिर इससे शार्ट सर्किट और ओवरहिटिंग की समस्या होने लगती है। बैटरी डैमेज होने के बाद आमतौर पर फुल जाती है। ऐसे में इसे चेंज करने में ही भलाई है। 

थर्ड पार्टी चार्जर का इस्तेमाल करना: 

ये एक साधारण गलती है जो हमलोग आमतौर पर करते हैं। कंपनी के दिए गए चार्जर के अलावा दूसरे चार्जर से फोन को चार्ज करना हानिकारक हो सकता है। ऐसे चार्जर फोन के स्पेसिफिकेशन्स को मैच नहीं करते। किसी सस्ते या अनसर्टिफाइड चार्जर को इस्तेमाल करने से फोन ओवरहीट हो सकता है। साथ ही ये इंटरनल कंपोनेंट को डैमेज भी कर सकता है। ऐसे में बैटरी फटने की घटना हो सकती है। 

ओवरनाइट चार्जिंग: 

बैटरी के ओवरहीट होने की एक बड़ी वजह ओवरनाइट चार्जिंग भी हो सकती है। ज्यादातर लोग सोने के समय आमतौर पर फोन को चार्जिंग में लगा देते हैं। ओवरचार्जिंग से ओवरहीटिंग से समस्या खड़ी होती है। ऐसे में फोन ब्लास्ट हो सकता है। ज्यादातर फोन्स आजकल ऐसे चिप के साथ आते हैं जो फोन को 100 प्रतिशत चार्जिंग पर रोक देते हैं। लेकिन, जरूरी नहीं है कि आपके फोन में भी ये फीचर हो। 

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प्रोसेसर ओवरलोड: 

प्रोसेसर भी फोन के हीट होने की वजह बन सकता है। पावरफुल प्रोसेसर्स में भी मल्टीटास्किंग या हेवी ग्राफिक्स वाले गेम खेलने पर हिटिंग की दिक्कत होने लगती है। कंपनियां इसके लिए आजकल थर्मल लॉक फीचर या थर्मल पेस्ट का उपयोग करती हैं। लेकिन, कई बार ऐसा नहीं भी होता है। अगर थर्मल लॉक फेल हुआ तो फोन ब्लास्ट हो सकता है। 

इसी तरह फोन के डायरेक्ट सनलाइट में रहने या बैटरी के पानी के कॉन्टैक्ट में आने से भी ऐसी घटनाएं हो सकती है। इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है। ऐसे में बचने के लिए ऊपर बताई गई गलतियां ना करें और बैटरी के डैमेज हो जाने या स्वेल हो जाने की स्थिति में इसे बदल दें।