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Varanasi Crime: वाराणसी में 10 लाख ब्याज पर उधार देकर वसूल लिए 54 लाख रुपये, पीड़ित ने पुलिस से मांगी मदद

Updated Aug 08, 2022 | 19:52 IST

Varanasi Police: वाराणसी में एक पेट्रोल पंप चालक ने 10 लाख रुपये ब्याज पर उधार लिए थे। सूदखोरों उनसे 54 लाख रुपये वसूलने के बाद भी और पैसे की मांग कर रहे हैं। आरोप है कि पेट्रोल पंप बंद करवा दिया है। घर में घुसकर मारपीट करते हैं। पीड़ित ने पुलिस आयुक्त से शिकायत की है। सिगरा पुलिस ने मुदकमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
वाराणसी में पेट्रोल पंप के संचालक से ब्याज के पैसे दे देने पर भी वसूली जारी, पीड़ित पुलिस के पास पहुंचा
मुख्य बातें
  • आरोप है कि सूदखोरों ने बंद करा दिया है पेट्रोल पंप
  • सूदखोरों पर घर में घुसकर महिलाओं से अभद्रता और मारपीट का आरोप
  • सिगरा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की

Varanasi News: महमूरगंज के तुलसीपुर निवासी पेट्रोल पंप संचालक अमित कुमार मौर्या को सूदखोरों ने 10 लाख रुपये ब्याज पर उधार दिए। कई बार में 54 लाख रुपये वसूल कर लिए। आरोप है कि सूदखोर अब और 50 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। पीड़ित ने आरोप लगया है कि सूदखोरों ने उसके घर में घुसकर महिलाओं से अभद्रता व मारपीट की, पेट्रोल पंप पर भी कब्जा करने की धमकी देने लगे तो पीड़ित पुलिस आयुक्त के पास पहुंचा। पुलिस आयुक्त के आदेश पर सिगरा पुलिस ने तीन नामजद व अन्य अज्ञात सूदखोरों पर केस दर्ज कर लिया है।

बता दें कि आरोपित जयदीप सिंह, उसका साला प्रदीप सिंह और लोहता के केशरीपुर के प्रमोद कुमार सिंह मामले में नामजद किए गए हैं। अमित का राजातालाब के पास भैरोनाथ में पेट्रोल पंप है। पीड़ित अमित ने बताया है कि, साल 2020 में पिता धर्मेंद्र मौर्या बीमार पड़े तो अमित ने परिचित जयदीप सिंह और उसके दोस्त प्रमोद कुमार सिंह से तीन बार में 10 लाख रुपये ब्याज पर उधार लिए। इस दौरान उससे 100 रुपये के सादे स्टांप पर हस्ताक्षर करवाया गया। बताया कि, नवंबर 2020 में उसने 10 लाख रुपये के एवज में 14.79 लाख रुपये दे दिए। हस्ताक्षर किया हुआ स्टांप मांगा तो दोनों बहाना बनाकर मुकर गए। दोनों सूदखोरों ने कहा कि, सात लाख रुपये और चाहिए। दोनों ने दबाव बनाकर रमशीपुर कसवार स्थित मां आशा मौर्या के नाम की जमीन का सट्‌टा भी करवा लिया।

बंदूक की नोक पर करवाए हस्ताक्षर

मिली जानकारी के अनुसार, अमित ने बताया है कि रुपये का हिसाब करने के लिए जयदीप, उसके साले प्रदीप व प्रमोद ने घर पर बुलाया था। आरोप है कि अमित के साथ गए उसके मौसा को बंधक बना लिया गया। उनके बैग से अमित के हस्ताक्षर किए पांच चेक आरोपियों ने छीन लिए। फिर अमित से जबरन दो सादा स्टांप पर हस्ताक्षर करवा लिए। स्टांप पर जबरन लिखवाया कि उक्त पांचों चेक से 25 लाख रुपये छह मार्च 2022 तक नहीं मिले तो जयदीप सिंह की अमित के पेट्रोल पंप में 40 फीसदी की स्वत: हिस्सेदारी हो जाएगी। बंदूक के बल पर मौसा के हस्ताक्षर गवाह के रूप में करवा लिए गए।

पेट्रोल पंप पर कब्जे की धमकी

अमित ने आरोप लगाया है कि, इस 11 जुलाई की रात जयदीप, प्रमोद सिंह, प्रदीप सिंह और अन्य अज्ञात लोग उसके घर पर आए थे। महिलाओं से उन्होंने अभद्रता की। घर के लोगों से कहा कि, 31 जुलाई तक 50 लाख रुपये नहीं मिले तो पेट्रोल पंप पर कब्जा कर लिया जाएगा। अमित ने बताया है कि, सूदखोरों ने पेट्रोल पंप बंद करा दिया है। उसे अब वहां नहीं जाने दिया जाता।

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