- 78 एकड़ में मृगवन की तर्ज पर बनेगा ईको पार्क
- बुद्ध की तपोस्थली के पास में बनेगा पार्क
- 19.66 करोड़ रुपए का है प्रोजेक्ट
Varanasi News: उत्तर प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र का प्रमुख अंग है वाराणसी। काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण के बाद वाराणसी में तेजी से बढ़ रही पर्यटकों की संख्या को देखते हुए प्रदेश सरकार उंदी में इको टूरिज्म के लिए 78 एकड़ एरिया में गौतम बुद्ध पार्क का निर्माण कराने जा रही है। ऐसा माना जाता है कि भगवान बुद्ध की तपोस्थली सारनाथ के करीब इसी क्षेत्र में मृगवन रहा होगा। इसलिए इस स्थल को मृगवन के तर्ज पर विकसित करने की योजना है।
वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि संशोधित डीपीआर शासन को जल्द भेज दिया जाएगा। ये प्रोजेक्ट करीब 78 एकड़ में प्रस्तावित है। जिसकी लागत 19.66 करोड़ रुपए है, जो संशोधित डीपीआर में बढ़ भी सकती है। हर साल लाखों की संख्या में आने वाले पर्यटक सारनाथ के साथ मृगवन का भी आनंद ले सकेंगे।
प्रकृति प्रेमियों के लिए खास होगा यह पार्क
पहले उपदेश स्थली सारनाथ के करीब गौतम बुद्ध इको पार्क विकसित किया जाएगा। हरहुआ के पास उंदी में 36.225 हेक्टेयर एरिया में करीब 19.66 करोड़ रुपये की लागत से इको टूरिज्म स्पॉट विकसित किये जाने की योजना चल रही है। प्रकृति प्रेमियों के लिए मृगवन के तर्ज पर विकसित हो रहे जंगल में प्राकृतिक झील, वेलनेस सेंटर ,नेचुरोपैथी, विपासना केंद्र, साइकिलिंग ट्रैक, पैदल पथ, बर्ड डाइवर्सिटी जोन आदि के साथ पर्यटक जंगल सफारी का आनंद ले सकेंगे।
नेचर फोटोग्राफी के लिए बेस्ट होगी जगह
मिली जानकारी के अनुसार वीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि बांस के वृक्षों की नेचुरल फेंसिंग के बीच जंगल का प्राकृतिक रूप ऐसा होगा कि पर्यटक प्रकृति का आनंद उठा पाएंगे। पहले से मौजूद करीब 6 तालाबों को विकसित किया जाएगा। जहां पर्यटक प्रवासी पक्षी देख सकेंगे। साइकिलिंग ट्रैक, पैदल पथ, बर्ड डाइवर्सिटी जोन, लकड़ी के पुल, प्राकृतिक झीलों के साथ लोटस पॉण्ड होगा। जंगल में हर्बल गार्डन के साथ ही एक बड़ा भाग होगा, जहां विभिन्न फूलों की प्रजातियां खुशबू फैलाएंगी। साथ ही योगा के लिए खास जगह होंगी, वेलनेस सेण्टर, नैचरोपैथी, विपासना केंद्र होगा। इसके अलावा, वॉच टावर, बर्ड वाचिंग पाइंट होगा। नेचर फोटोग्राफी करने वालों के लिए ये जगह काफी अच्छी जगह होगी। गौरतलब है कि काशी की दुनिया में अलग पहचान है। ईको पार्क के निर्माण से इसमें चार चांद लग जाएंगे।