- 3 नमस्ते मूर्तियों के अलावा 75 फीट का बनेगी चौथी मूर्ति
- मनोरंजन की सुविधाओं के साथ एक आधुनिक और सुलभ घाट के रूप में हो रहा निर्माण
- 72 करोड़ रुपये है इस घाट के सुंदरीकरण हेतु परियोजना की लागत
Varanasi Namo Ghat: नमो घाट के रूप में वाराणसी को जल्द ही 85वां घाट मिलने जा रहा है। दरअसल, वाराणसी में गंगा नदी के किनारे स्थित खिड़किया घाट को अब नमो घाट के रूप में पुकारा जाने लगा है। इस नमो घाट पर नमस्ते करते हुए तीन जोड़े हाथ की आकृति बनाई गई हैं। इस घाट पर दो 25 फीट लंबी और एक उससे थोड़ी छोटी नमस्ते प्रतिमाएं स्थापित हो चुकी हैं। वहीं इस घाट पर चौथी आकृति बनाने की तैयारी है जिसकी ऊंचाई 75 फीट होगी।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा यह घाट
बताया जा रहा है कि, इसमें फूड कोर्ट, जेट्टी, ओपन-एयर थिएटर और सीएनजी फिलिंग स्टेशन जैसी कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी। एक अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार, राजघाट तथा शाही नाले के बीच के क्षेत्र को मनोरंजन की सुविधाओं के साथ एक आधुनिक और सुलभ घाट के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसे नमो घाट के नाम से पुकारा जा रहा है।
स्थापना के बाद लोगों ने इसे नमो घाट से पुकारा
दरअसल, जब इस घाट पर नमस्ते मूर्तियों को स्थापित की गईं, तभी से लोग इसे नमो घाट के नाम से पुकारने लगे। अब इसका नमो घाट रखने का फैसला किया जा रहा है। इस घाट के सुंदरीकरण हेतु परियोजना की लागत 72 करोड़ रुपये है जिसे दो चरणों में पूरा किया जाना है। पहले चरण में हुए काम में 21 करोड़ रुपये की लागत से काम हो रहा है जो कि अब पूरा होने को है। क्योंकि तीन मूर्तियों की स्थापना के बाद अब सिर्फ 75 फीट ऊंचाई वाले नमस्ते मूर्ति को स्थापित किया जाना है।
शहर के लिए मील के पत्थर साबित होंगी नमस्ते की मूर्तियाँ
नमो घाट तथा राजघाट को पैदल मार्ग एवं रैंप की सहायता से जोड़ा जा रहा है, जिससे कि विकलांग व्यक्ति भी इस नए घाट तक आसानी से जा सके। नमो घाट में तीन अलग-अलग स्तरों पर रमणीय स्थल हैं। इसमें फूड कोर्ट, 1000 लोगों की क्षमता वाला एक ओपन-एयर थिएटर, शौचालय और आरओ वाटर की व्यवस्था है। इसके अलावा कार तथा दोपहिया के पार्किंग की व्यवस्था भी होगी। नमस्ते की मूर्तियाँ शहर के लिए मील के पत्थर साबित होंगे।