- कभी अपने लगातार मिसाइल परीक्षणों के कारण चर्चा में रहने वाला उत्तर कोरिया एक बार फिर से सुर्खियों में है
- कार्डियोवस्क्यूलर सर्जरी के बाद 36 वर्षीय किम जोंग उन का स्वास्थ्य बेहद गंभीर बताया जा रहा है
- उत्तर कोरिया में कई ऐसे अजीबोगरीब व खतरनाक नियम कानून हैं जिनके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे
कभी अपने लगातार मिसाइल परीक्षणों के कारण चर्चा में रहने वाला उत्तर कोरिया एक बार फिर से सुर्खियों में है। इस बार सुर्खियों में रहने का कारण ये है कि यहां के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन के खराब स्वास्थ्य की खबरें सामने आ रही हैं। कार्डियोवस्क्यूलर सर्जरी के बाद 36 वर्षीय किम जोंग उन का स्वास्थ्य बेहद गंभीर बताया जा रहा है और तब से ये खबर पूरी दुनिया में जंगल की आग की तरह फैल गई है। अमेरिकी अधिकारी लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं।
हालांकि ये सच्ची खबर है या फिर कोरी अफवाह इस पर कोरियाई मीडिया और वहां के अधिकारियों ने भी कोई पुष्टि नहीं की है। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन का स्वास्थ्य ही इतनी सुर्खियां क्यों बटोर रहा है इसके जवाब में हम आपको बता दें कि उत्तर कोरिया एक तानाशाह देश है जहां पर दुनिया के बाकी देशों के अलावा अपना अलग ही और बेहद अजीबोगरीब नियम कानून चलते हैं जिसके बारे में कोई भी अन्य देश का नागरिक सुन कर अपने होश खो बैठेगा।
इस देश के अपने कई राज हैं कई ऐसी बातें हैं जो बाहर नहीं निकल कर आती और यहां के कई ऐसे कानून हैं जिसके बारे में जानकर आप भगवान को भी धन्यवाद करेंगे कि आपका जन्म उस देश में नहीं हुआ।
- विदेशी म्यूजिक सुनना या फिल्में देखना यहां पर आपराधिक गतिविधियों के अंतर्गत आता है। 2015 में सुप्रीम लीडर किम जोंग उन ने सभी विदेशी गानों के सीडी व कैसेट्स को अपने देश में बैन कर दिया था खास तौर पर उन कैसेट्स को जो लोगों में मतभेद पैदा करते थे। अगर कोई इसका उल्लंघन करता हुआ पाया जाता तो उसे उसकी सजा उस पर निर्भर करती कि जो फिल्म वह देख रहा है वह किस देश की है। मसलन अगर कोई अमेरिकन फिल्म देख रहा है तो उसे फांसी की सजा दी जाएगी या फिर अगर कोई भारतीय फिल्म देख रहा है तो उसे जेल की सजा दी जाएगी।
- अगर आप उत्तर कोरिया में रह रहे हैं और किसी दूसरे देश में कॉल कर रहे हैं तो आपको इसकी घोर सजा भुगतनी पड़ेगी। इंटरनेशनल कॉल करना यहां एक अपराध माना जाता है। 2007 में एक व्यक्ति ने कई सारे इंटरनेशनल कॉल किए थे और उसे मरवा दिया गया था।
- अगर कोई मीटिंग में जहां पर किम जोंग उन संबोधित कर रहे हों वहां मौजूद हैं और आप अगर वहां सो गए तो इसके लिए आपको अपनी जान भी गंवानी पड़ सकती है। 2015 में तत्कालीन रक्षा मंत्री ह्योन योंग-चोल को एंटी एयरक्राफ्ट गन से 100 लोगों के सामने मार दिया गया था क्योंकि वे किम जोंग उन के एक कार्यक्रम के दौरान सो गए थे।
- ऐसी कोई भी चीज जो किम जोंग उन के परिवार का अपमान करता हो उसे उत्तर कोरियाई कानून के तहत ब्लासफेमी (भगवान का तिरस्कार) माना जाएगा। इसके तहत उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। जनवरी में एक ऐसी खबर सामने आई थी जिसमें एक महिला ने किम के तस्वीरों को आग से बचाने की बजाए अपने बच्चों को बचाया। मात्र इसके लिए महिला को जेल की सजा दे दी गई थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि अलर आपने किम की तस्वीर से डस्ट भी नहीं हटाया तो इसके लिए आपको दोषी ठहराया जा सकता है। इसके लिए हर किसी के घर में एक खास डस्टर दिया गया है।
- यहां पर केवल पुरुषों को ड्राइव करने की आजादी है। महिलाओं को ड्राइव करने की आजादी नहीं है भले ही वे ट्रैफिक ऑफिसर क्यों ना हों। सरकार का सख्त निर्देश है कि 100 लोगों पर केवल एक कार होनी चाहिए।
- 8 जून को जब उत्तर कोरियाई प्रेसीडेंट किम-IIसुंग को 1994 में मौत हुई थी तब से लेकर अब तक हर साल उस तारीख को मुस्कुराना प्रतिबंधित है। इस दिन जोर से बात करना, शराब पीना और डांस मस्ती करना भी बैन है। अगर आपने इसका उल्लंघन किया तो आपको या तो लेबर कैंप भेजा जा सकता है या आपकी जान ले ली जा सकती है। आज भी प्रेसीडेंट सुंग का शव एक शीशे के ताबूत में सुरक्षित है और यहां आने वाले हर टूरिस्ट को इसके आगे सर झुकाना अनिवार्य है।
- यहां लोगों के जीन्स पहनने पर मनाही है क्योंकि यहां इसे पूंजीवाद का प्रतीक माना जाता है। महिलाएं स्कर्ट पहनती हैं तो उसे घुटनों के नीचे तक होना चाहिए। बिकिनी पहनने पर सख्त मनाही है।
- जैसे भारत में दुनियाभर के टीवी चैनल प्रसारित होते हैं उत्तर कोरिया में वैसा नहीं है। यहां पर मात्र तीन चैनल हैं वे भी सारे सरकार द्वारा नियंत्रित हैं।
- उत्तर कोरिया में किसी को भी बिना अनुमति के विदेश यात्रा करने की परमीशन नहीं है। अगर कोई ऐसा करता है या फिर भागने की कोशिश करता है तो उसे मार दिया जाता है या फिर लेबर कैंप में भेज दिया जाता है।
- यहां इंटरनेट की जगह खुद का इंट्रानेट है जिसे क्वांगम्योंग (Kwangmyong) कहा जाता है इसे साल 2000 में लांच किया गया था। व्यावसायिक जरूरतों के लिए केवल 28 वेबसाइट का ही आप इस्तेमाल कर सकते हैं और वे भी सरकार के निगरानी में। दुनियाभर के देशों में उत्तर कोरियाई दूतावासों में वाई-फाई के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है।
- अगर कोई अपना प्रोफेशन चुनना चाहता है तो ये वहां की सरकार फैसला करेगी। देश की जरूरतों के मुताबिक लोगों को प्रोफेशन में भेजा जाता है। अगर कोई ऐसा करने के लिए राजी नहीं होता है तो उसे जबरन लेबर कैंपों में भेज दिया जाता है।
- 2013 में किम जोंग उन ने हेयरकट्स की एक पूरी लिस्ट जारी की थी, हर किसी को वैसी ही हेयरकट्स लेने के आदेश दिए गए थे अपनी मर्जी से कोई हेयरकट तक नहीं ले सकता था। इनमें कुल 28 हेयरकट की लिस्ट जारी की गई थी जिनमें 18 हेयरकट महिलाओं के लिए और 10 पुरुषों के लिए थे।
- मौजूदा प्रेसीडेंट से मिलता जुलता नाम देश का कोई भी नागरिक नहीं रख सकता है। जिस किसी का भी नाम किम था उसे जबरन बदलवा दिया गया।
- देश की राजधानी प्योंगयांग में रहने व बसने के लिए उसे सरकार की इजाजत लेनी पड़ेगी। वहीं लोग किस जगह पर रह सकते हैं ये सरकार निर्णय लेगी यह इस पर निर्भर करेगा कि उसे उस राज्य के साथ कैसे संबंध हैं।
- उत्तर कोरिया में धर्म की आजादी जैसी कोई चीज नहीं है। पाश्चात्य संस्कृति और साहित्य यहां पर प्रतिबंधित है। अगर कोई बाइबिल रखता है या लोगों में बांटता है तो उसे फांसी की सजा दे दी जाती है। 2014 में एक अमेरिकन को महीने की जेल की सजा हुई थी क्योंकि उसने एक रेस्तरां के बाथरुम में गलती से अपना बाइबिल छोड़ दिया था।
- अगर कोई विदेशी पर्यटक यहां घूमने आता है तो उसे अपना मोबाइल फोन व लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान जमा करा देने होंगे इसके बाद जब वह वापस जाता है तब अपना सामान ले सकता है। पर्यटन के दौरान सरकारी गाइड उनके साथ रहेगा और उसकी हर बात पर्यटक को माननी पड़ेगी।
- अगर किसी परिवार में कोई व्यक्ति आत्महत्या करता है तो उसके पूरे परिवार को इसकी सजा दी जाएगी। अगर कोई व्यक्ति कोई क्राइम करता है तो उसकी तीन पीढ़ियों को दंडित किया जाता है।
- उत्तर कोरिया का कैलेंडर वहां के प्रेसीडेंट किम II-सुंग के मरने की तारीख 1 अप्रैल 1912 पर आधारित है।
- उत्तर कोरिया में ऊर्जा के बचत के लिए हर रात बिजली काट दी जाती है। बिजली का इस्तेमाल करने के लिए आपको इजाजत लेनी पड़ती है और माइक्रोवेव रखना गैरकानूनी माना जाता है।
- नवविवाहित जोड़ों को शादी के बाद किम II-सुंग की मूर्ति के दर्शन करना अनिवार्य है। पुरुषों के लिए सैन्य सेवा 10 सालों तक के लिए अनिवार्य है जबकि महिलाओं के लिए 7 सालों तक के लिए।