- इमरान सरकार के कैबिनेट मंत्री की मरियम नवाज पर अभद्र टिप्पणी
- गंडापुर बोले- मरियम की सुंदरता का राज, करोड़ रुपये की सर्जरी है
- पाकिस्तान के पूरे विपक्ष ने अली गंडापुर के इस बयान की निंदा
इस्लामाबाद: इमरान सरकार में कैबिनेट मंत्री और उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता अली अमीन गंडापुर ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के उपाध्यक्ष और नवाज शरीफ की बेटी मरयम नवाज को लेकर एक अभद्र टिप्पणी की है। गिलगित बाल्टिस्तान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अली अमीन ने कहा कि मरियम नवाज इसलिए सुंदर है क्योंकि उन्होंने टैक्सपेयर्स के पैसों से करोड़ों रुपये की सर्जरी कराई है। सोशल मीडिया में गंडापुर का यह वीडियो वायरल हो रहा है।
ये क्या कह गए गंडापुर
वायरल हो रहे इस वीडियो में गंडापुर कहते हैं, 'खूबसूरत तो है, मैं सच बोलूंगा, लेकिन ये भी सुन लो कि आपके टैक्स के पैसे से नवाज शरीफ की दो सरकारों की बदौलत करोड़ों रूपये की सर्जरी कराई है अपने आप को ठीक करने की। ये खूबसूरती भी आपके पैसों की है। ये आपका माल है, अगर मैं आपमें से किसी को भी उठा लूं यहां से, जितना पैसा इन्होंने लगाया है टैक्स उसका एक छोटा सा हिस्सा भी लगा लूं तो आप सब ब्रैड पिट और टॉम क्रूज बन जाओगे।'
पूरे विपक्ष ने की आलोचना
गंडापुर के इस अभद्र बयान की हर तरफ आलोचना हो रही है और तमाम विपक्षी दलों ने इसकी भत्सर्ना की है। नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन ने इस बयान के जरिए इमरान सरकार को निशाने पर लिया है। पीएमएल-एन के के राणा सानुल्लाह ने कहा कि वो एक निहत्थी लड़की से डर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'एक अकेली लड़की ने पूरी वोट-चोर सरकार को हिला दिया है। सड़ी हुई प्रणाली के सड़े हुए मंत्री से इसी तरह की गंदी मानसिकता की उम्मीद कर सकते हैं।' सानुल्लाह ने आगे कहा, 'व्यक्तिगत हमले उनकी राजनीतिक विफलता और नैतिक दिवालियापन का प्रमाण है।'
सोशल मीडिया पर लोगों ने उठाए सवाल
पाकिस्तानी सोशल मीडिया में भी इमरान के मंत्री का जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है और आलोचना भी की जा रही है। एक ट्वीटर यूजर ने लिखा, 'लोग अमीन गंडापुर को कैसे बर्दाश्त करते हैं? बेशर्मी की हद पार कर दी इसने तो। शर्म की बात है कि ऐसा बयान देने वाला एक कैबिनेट मंत्री है।' एक अन्य यूजर ने ट्वीट करते हुए कहा कि मंत्री को खुद पर शर्म आनी चाहिए। वहीं दूसरे ट्विटर यूजन रने पूजा कि क्या संघीय मानवाधिकार मंत्री गंडापुर के इस व्यवहार की निंदा करेंगे और ट्वीट करेंगे। मानवाधिकार मंत्री शिरीन माजरी को कम से कम इसकी निंदा तो करनी चाहिए।