नई दिल्ली : ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। इस तनाव का असर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखने को मिल रहा है। अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए कासिम सुलेमानी की शव यात्रा सोमवार को ईरान में बड़े स्तर पर निकाली गई जिसमें उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा।
ईरान पर की गई अमेरिका की इस अप्रत्याशित सैन्य कार्रवाई के बाद ईरान ने खुले तौर पर अमेरिका को परिणाम भुगतने की चेतावनी दे डाली है। अमेरिका-ईरान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए अमेरिका ने मिडिल ईस्ट की तरफ 2,000 युद्धपोत तैनात कर दिए हैं जिसमें वर्ल्ड क्लास वारशिप भी रखे गए हैं। इसके अलावा 4,000 की संख्या में अमेरिकी हवाई सैनिक भी तैनात किए गए हैं।
बता दें कि अपने जनरल कासिम सुलेमानी को अंतिम विदाई देने के लिए भारी संख्या में ईरान की जनता सोमवार को तेहरान की सड़कों पर उतर आई। इसके साथ ही उनके सम्मान में प्रार्थना सभा भी की गई जिसमें देश के सुप्रीम लीडर तक रो पड़े।
सुलेमानी की अंतिम यात्रा में शामिल होने आई उनकी बेटी ने संबोधित करते हुए अमेरिका को इसके परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी। उसने खुले तौर पर अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि मध्य पूर्व में तैनात अमेरिकी सैनिकों के परिवार अपने बच्चों की मौत का इंतजार करेंगे।
आपको बता दें कि कासिम सुलेमानी को इराक और सीरिया में कुख्यात आतंकी समूह आईएसआईएस की सफाया करने में अहम भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है। इसके साथ ही कहा ये भी जाता है कि इराक में बशर अल असद की सरकार को भी उनका समर्थन प्राप्त था जिसके कारण वहां की सत्ता में भी कासिम का खासा दखल था।