America's Minuteman 3 missile: दुनिया पर विश्व युद्ध 3 का खतरा मंडरा रहा है, जहां एक तरफ रूस-यूक्रेन के बीच जंग जारी है तो वहीं दूसरी तरफ चाइना, ताइवान के बीच खींचतान जारी है इस सब के बीच बुधवार को अमेरिका ने अपनी मिनेटमैन 3 मिसाइल का परीक्षण किया ।
यूक्रेन-रूस में जारी युद्ध और ताइवान पर चीन के हमले के खतरे के बीच अमेरिका से आज बड़ी खबर आई है..सिर्फ 21 दिन बाद अमेरिका ने एक बार फिर से एटमी पावर से लैस ICBM 'मिनटमैन 3' का टेस्ट किया है..चीन और रूस के चप्पे-चप्पे को अपनी चपेट में लाने की ताकत रखने वाली इस मिसाइल की टेस्टिंग के बीच रूस, चीन, यूक्रेन और ताइवान में आज क्या-क्या हुआ?
उससे पहले आपको अमेरिकी 'मिनटमैन थ्री' और रूस की पावरफुल मिसाइल 'सरमट' और चीन की बेहद ताकतवर 'डीएफ 41' में कितना दम है? पहले वो दिखा देते हैं..यूक्रेन के बाद ताइवान भी कब वॉरजोन में तब्दील हो जाए? कहना मुश्किल है..यूक्रेन की तरह ही ताइवान पर भी कब बारूदी बारिश शुरू हो जाए..कहना मुश्किल है..
लेकिन ताइवान की तस्वीर यूक्रेन से अलग है
यूक्रेन के युद्ध में अमेरिका डायरेक्ट तो शामिल नहीं है..लेकिन अगर ताइवान पर हमला हुआ तो वो चीन से सीधी फाइट की वॉर्निंग दे चुका है..इस बीच एक तरफ रूस और चीन एकसाथ अपनी ताकत दिखा रहे हैं तो दूसरी तरफ अमेरिका भी दोनों देशों को अपनी मिसाइल पावर का अहसास करा रहा है..सिर्फ 21 दिन बाद अमेरिका ने परमाणु ताकत से लैस इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल मिनटमैन थ्री का टेस्ट कर चीन और रूस को एक साथ कड़ा और बड़ा मैसेज दिया है..
मिनटमैन थ्री परमाणु क्षमता से लैस इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल
अमेरिका ने 16 अगस्त 2022 को भी सुपर पावरफुल मिसाइल मिनटमैन थ्री का सटीक टेस्ट कर अपनी ताकत की नुमाइश की थी..मिनटमैन थ्री ने करीब 24 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 6760 किलोमीटर दूर टारगेट पर सटीक निशाना लगाया तो चीन और रूस के भी कान खड़े हो गए..मिनटमैन थ्री परमाणु क्षमता से लैस इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है..जिसकी स्पीड 24 हजार किलोमीटर प्रति घंटे और रेंज करीब 13 हजार किलोमीटर है..
एटमी क्षमता से लैस इस इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल के टारगेट पर करीब 9 हजार किलोमीटर दूर रूस का कोना-कोना आ गया है..
बड़ी बात ये कि रूस और अमेरिका में करार की वजह से वॉशिंगटन ने मिनटमैन थ्री की टेस्टिंग से पहले मास्को को इसकी इत्तला भी दी थी..मिनटमैन थ्री के एक और टेस्ट के जरिए अमेरिका ने साफ कर दिया है कि रूस और चीन एटमी युद्ध की सूरत में उसकी ताकत को कमतर आंकने की भूल ना करे..लेकिन बड़ा सवाल तो ये कि जिस रूस और चीन के बेड़े में अमेरिका से भी ज्यादा पावरफुल मिसाइलें हैं..वो भला मिनटमैन थ्री से क्यों डरे?
क्योंकि रूस के पास पहले ही बेहद एडवांस और खतरनाक अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल सरमट है..जिसकी स्पीड 25,750 किलोमीटर प्रति घंटा और रेंज 18 हजार किलोमीटर है..एटमी हथियारों से लैस रूसी सरमट की जद में अमेरिका का इंच-इंच इलाका आ सकता है..
जबकि चीन के पास भी डीएफ 41 जैसी घातक ICBM मिसाइल है..चाइनीज डीएफ 41 की स्पीड सबसे ज्यादा 30,600 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जाती है..तो इसकी रेंज करीब 15 हजार किलोमीटर है..परमाणु हथियारों से लैस ये मिसाइल ध्वनि से भी 25 गुना ज्यादा स्पीड से अटैक कर सकती है..बड़ी बात ये कि सिर्फ 30 मिनट में ये मिसाइल अमेरिका पहुंच सकती है..
ऐसे में चीन की DF 41 हो..या फिर रूस की सरमट..अमेरिका की मिनटमैन थ्री से कहीं ज्यादा ताकतवर है..अमेरिका दुनिया के सामने भले चीन और रूस से कॉम्पटीशन न मानें..लेकिन सच ये है कि जिस तरह से यूक्रेन में रूस के हमले नॉनस्टॉप जारी हैं और अब ताइवान के ऊपर भी युद्ध का खतरा मंडरा रहा है..उसे देखते हुए अमेरिका मिनटमैन थ्री जैसी मिसाइल का टेस्ट और यूक्रेन-ताइवान को हथियारों की सप्लाई कर अपने इरादे जता रहा है..
अमेरिका अपनी जमीन से चीन और रूस को मिसाइल पावर का अहसास करा रहा है..तो ताइवान अपनी सरजमीं से चाइनीज आर्मी को जवाब दे रहा है..पहले अगस्त के महीने में चीन ने ताइवान स्ट्रेट में बेहिसाब मिसाइलें दागीं..फाइटर जेट्स, वॉरशिप्स और ड्रोन्स की घुसपैठ से ताइवान को डराया..चीन ने लाइव फायर ड्रिल की तो जवाब में ताइवान ने भी वॉर एक्सरसाइज की..चाइनीज ड्रोन को समंदर में मार गिराया..
और अब एक बार फिर से ताइवानी फोर्स युद्ध अभ्यास में जुट गई है..ताइवान की सेना इन दिनों पिंगटुंग में लाइव फायर ड्रिल्स कर रही है..ड्रिल के दूसरे दिन ताइवान सेना ने हमलवार सेना से सीधी जंग का अभ्यास किया..इस दौरान ताइवानी लड़ाकू विमानों और अपाचे असॉल्ट हेलीकॉप्टर्स ने आसमानी ताकत दिखाई..तो जमीन से रॉकेट दागे गए..ताइवानी आर्मी ने जैवलीन एंटी टैंक हथियारों का भी जौहर दिखाया..जो यूक्रेन युद्ध में रूस के खिलाफ बेहद असरकारी साबित हुए हैं..दिन के उजाले में ही नहीं..रात के अंधेरे में भी ताइवान के जवानों ने मोर्टार और रॉकेट के जरिए दुश्मन पर पलटवार की चेतावनी दी..
यूक्रेन युद्ध में रूस के खिलाफ तेवर दिखा रहे अमेरिका ने भी बहुत बड़ा दावा किया है..अमेरिका के मुताबिक यूक्रेन में रूस की हालत खराब हो चुकी है..ऐसे में वो अब उत्तर कोरिया से गोला-बारूद और ईरान से ड्रोन खरीदने की जुगत में लगा है..तो जो जंग यूक्रेन में शुरू हुई..वो अब ताइवान के बाद नॉर्थ कोरिया की तरफ भी बढ़ती दिख रही है..ऐसे में बड़ा सवाल ये कि वॉरजोन यूक्रेन टू ताइवान टू नॉर्थ कोरिया..वर्ल्ड वॉर थ्री का काउंटडाउन तो नहीं?