पोखरा : लेखक अमिताभ बागची को दक्षिण एशियाई साहित्य के लिए 2019 के डीएससी पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्हें यह पुरस्कार उनके उपन्यास 'हाफ द नाइट इज गॉन' के लिए दिया गया है, जिसमें तीन पीढ़ियों की कहानी और मानव संबंधों को बयां किया गया है। यह उपन्यास भारतीय परिप्रेक्ष्य में आस्था और संस्कृति को भी आपस में जोड़ता है।
नेपाल के पोखरा में सोमवार को आयोजित समारोह में उन्हें यह पुरस्कार दिया गया। नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप गयावली ने उन्हें पुरस्कृत किया। इस पुरस्कार के तहत 25,000 डॉलर की राशि दी जाती है। जूरी के सदस्यों ने अंग्रेजी भाषा में लिखे बागची के उपन्यास को भारतीयता के संदर्भ में श्रेष्ठ माना।
इस पुरस्कार के लिए जूरी के पांच सदस्य पिछले करीब 90 दिनों से 90 उपन्यासों का अध्ययन कर रहे थे, जिसमें से पहले उन्होंने 15 को चुना और फिर क्षेत्र की विविधता को दर्शाने वाले 6 उपन्यासों को शॉर्टलिस्ट किया, जिनमें अमिताभ बागजी का उपन्यास विजेता के रूप में उभरा।
यहां उल्लेखनीय है कि डीएससी पुरस्कार के विजेता की घोषणा हर साल अलग-अलग दक्षिण एशियाई देशों में की जाती है। इस बार इसका आयोजन नेपाल के पोखरा में प्रसिद्ध फेमा झील के किनारे तालबराही चौक पर किया गया था। यह इस पुरस्कार का 9वां साल था।