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भारत के मित्र देश 'भूटान' में घूमना अब नहीं रहा 'फ्री', चुकाने होंगे इतने दाम 

Updated Feb 07, 2020 | 06:25 IST

भारतीयों के लिए अब भूटान भ्रमण थोड़ा महंगा पड़ने वाला है दरअसल भूटान ने भारतीयों की फ्री एंट्री पर रोक लगा दी है और वो इसकी फीस लेने की बात कह रहा है।

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भूटान दूसरे देशों के पर्यटकों से सत्रह हज़ार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान लेता है

नई दिल्ली: भारत के पड़ोसी और मित्र देश भूटान ने भारतीयों की फ्री एंट्री पर रोक लगा दी है बताया जा रहा है कि वो भारतीय, बांग्लादेश और मालदीव के टूरिस्टों से सस्टेनेबल डेवेलपमेंट फीस चार्ज करेगा। बताया जा रहा है कि अब भारत, मालदीव और बांग्लादेश के टूरिस्टों को अब भूटान जाने पर रोजाना के बारह सौ रुपये का भुगतान करना होगा।

भूटान की असेंबली में इस बिल को 'टूरिज्म लेवी एंड एग्जेम्पशन बिल ऑफ भूटान, 2020' के नाम से पारित किया है वहीं भूटान सरकार के इस शुल्क का नाम है सस्टेनेबल डेवलपमेंट फीस, जो कि यहां की सरकार विदेशी यात्रियों पर लगाने जा रही है।

यह चार्ज इस साल जुलाई के महीने से लागू हो जाएगा। बताते हैं कि भूटान सरकार नहीं चाहती कि जरूरत से ज्यादा पर्यटक आकर देश के पर्यावरण के लिये समस्या बनें।

भूटान दूसरे देशों के पर्यटकों से सत्रह हज़ार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान लेता है वहीं भारत, बांग्लादेश और मालदीव के टूरिस्टों से दूसरे देशों की तुलना में भूटान बहुत ही कम शुल्क लेने वाला है।

बताया जा रहा है कि यहां पर यह शुल्क 5 साल से बड़े बच्चों के लिये ही लगेगा यानि 6 से 12 साल के बच्चों के लिए केवल 600 रुपये का होगा वहीं व्यस्क व्यक्ति को 1200 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से चुकाने होंगे।

भूटान में घूमने के लिए थिम्फु चोर्टन, बुद्धा डोरडेनमा, टैंगो बौद्ध इंस्टिट्यूट और क्लॉक टावर स्क्वायर जैसी शानदार जगहें हैं जहां लोग घूमने आते हैं।